क्राइम ब्रांच की जांच ने पकड़ी रफ्तार, बरेली कॉलेज भ्रष्टाचार की मांगी रिपार्ट
बरेली कॉलेज में भ्रष्टाचार मामले में क्राइम ब्रांच की जांच रफ्तार पकड़ गई।
जेएनएन, बरेली : बरेली कॉलेज में भ्रष्टाचार मामले में क्राइम ब्रांच की जांच रफ्तार पकड़ गई। कॉलेज में किस मद में भ्रष्टाचार हुआ। संभावित घोटाला कितने करोड़ का है। कौन से विभाग भ्रष्टाचार के दायरे-शक में आते हैं। इस सूचना के लिए क्राइम ब्रांच ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा विभाग से भ्रष्टाचार जांच रिपोर्ट मांगी है, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। ताकि रिपोर्ट का अध्यन कर जांच में और तेजी लाई जा सके। आगामी 30 जनवरी को प्रस्तावित बोर्ड ऑफ कंट्रोल की बैठक से पहले जांच टीम इस मामले में शिक्षक और समिति के सदस्यों से पूछताछ कर सकती है।
कॉलेज से जुटा रहे फीडबैक
क्राइम ब्रांच टीम कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारियों से भी फीडबैक ले रही है। वह घोटाला और उसके सुबूतों तक पहुंचने की कवायद में जुटी है।
यह है मामला
कॉलेज में भ्रष्टाचार की शिकायत पर मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद ने जांच कराई थी। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. राजेश प्रकाश के नेतृत्व में पांच सदस्यीय लेखाकारों की जांच टीम ने कॉलेज में भ्रष्टाचार पाया। प्रशासन को सौंपी जांच रिपोर्ट में बगैर टेंडर दो करोड़ रुपये निर्माण पर खर्च करने, 50 लाख रुपये के खर्च के वाउचर कम मिले। यूजीसी, छात्र निधि, परीक्षा फीस, सेल्फ फाइनेंस कोर्स के आय-व्यय आदि में गड़बड़ियां मिलीं। कमिश्नर इन इस रिपोर्ट पर मुकदमे के निर्देश दिए थे। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आइजी अब इस प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच से करा रहे हैं।
बोर्ड के लिए सदस्यों की लामबंदी
30 जनवरी को प्रस्तावित बोर्ड ऑफ कंट्रोल की बैठक के लिए सदस्य रणनीति बनाने लगे हैं। बोर्ड के सदस्य के मुताबिक सभी सदस्यों से संपर्क किया गया है। अधिकांश सदस्य प्रशासनिक कार्रवाई से नाखुश हैं। इस मुद्दे को बैठक में उठाया जाएगा।
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जिन कामों में घोटाला हुआ है, उसके हर बिंदु पर जांच की जा रही है। शिक्षा विभाग से भी उसकी जांच रिपोर्ट ली जाएगी।
-सुरेंद्र कटियार, जांच अधिकारी क्राइम ब्रांच