VVIP security: अब यूपी में वीवीआइपी मूवमेंट पर सुरक्षा में तैनात होंगे काउंटर स्नाइपर
किसी भी स्थिति से निपटने के लिए वीवीआइपी मूवमेंट में स्थानीय प्रशासन की डिमांड पर काउंटर स्नाइपर उपलब्ध कराए जाएंगे। डीजीपी ने इसके लिए सभी जिलों को पत्र भेजकर जरूरत पूछी है।
जेएनएन, बरेली : जम्मू कश्मीर में लगातार स्नाइपर हमले के बाद चुनाव प्रचार के लिए आने वाले वीवीआइपी की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैैं। यही वजह है, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए वीवीआइपी मूवमेंट में स्थानीय प्रशासन की डिमांड पर काउंटर स्नाइपर उपलब्ध कराए जाएंगे। डीजीपी ने इसके लिए सभी जिलों को पत्र भेजकर जरूरत पूछी है।
क्या है स्नाइपर
स्नाइपर रायफल ऐसा हथियार है, जो दो किमी दूरी से सटीक निशाना लगा सकती है। मूल रूप से यह एक लांग बैरल रायफल होती है। जिसमें टेलीस्कोप साइट्स लगाई जाती है। इसमें ऐसे स्कोप भी आते हैं, जिनके जरिये रात में भी टारगेट हिट किया जा सकता है।
वातावरण से प्रभावित होती है स्नाइपर
स्नाइपर रायफल की प्रभावशीलता का अंदाजा आप इससे भी लगा सकते हैं कि इसके इस्तेमाल के दौरान हवा के बहाव, वातावरण की नमी, रोशनी व बारिश आदि का भी अहम प्रभाव होता है।
स्नाइपर से बचने का उपाय
स्नाइपर यानी खास निशाने वाली रायफल चलाने वाला जवान बेहद ट्रेंड होता है। वह वहीं से हमला कर सकता है जहां से उसे टारगेट दिखाई दे। इसीलिए अक्सर स्नाइपर छिपे रहते हैैं।
ऊंचाई का करते इस्तेमाल
स्नाइपर हमलावर हमेशा ऊंचे स्थान को टारगेट के लिए चुनते हैं। इसलिए सुरक्षा के लिए पानी की टंकी, टॉवर, ऊंची बिल्डिंग को खाली कराकर उनपर पुलिस तैनात की जाती है ताकि वहां कोई पहुंच न सके।
प्रदेश पुलिस के पास नहीं हाईटेक सिस्टम
पत्र में यह भी बताया गया है कि स्नाइपर से निपटने के लिए लेजर के साथ कई अपडेट प्रणालियां हैं, जिससे स्नाइपर को डिटेक्ट कर सकते हैं लेकिन यूपी पुलिस के पास यह सिस्टम उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए केवल डिमांड पर उपलब्ध कराए जाएंगे। किसी बड़े इलाके में स्नाइपर से खतरा है, वहां काउंटर स्नाइपर का प्रयोग किया जाएगा।
तीन दिन पहले करनी होगी डिमांड
अधिकारियों से कहा गया है कि काउंटर स्नाइपर्स की संख्या सीमित है। इसलिए विशिष्ट महानुभावों की सुरक्षा व्यवस्था में जरूरत पर ही डिमांड की जाए।