Coronavirus Update : सॉफ्टवेयर इंजीनियर से खतरे में आए मीरगंज पुलिस के दारोगा व सिपाही Bareilly News
कोरोना पॉजिटिव निकले सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बाद मीरगंज पुलिस में तैनात दारोगा और सिपाही भी खतरे में आ गए है। यह खतरा तब सामने आया
बरेली, जेएनएन। कोरोना पॉजिटिव निकले सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बाद मीरगंज पुलिस में तैनात दारोगा और सिपाही भी खतरे में आ गए है। यह खतरा तब सामने आया जब संक्रमित इंजीनियर के घर में रहने वाले बीट नंबर दो के सिपाही सहित उसके परिवार के तीन अन्य सदस्यों को भी क्वारंटाइन किया गया है। जिसके साथ दारोगा व सिपाही भी रहते है। वहीं उसका रोज थाने में भी आना जाना है। सिपाही के क्वारंटाइन होने के बाद से थाने के पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा है। जबकि अभी तक सिपाही के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि नहीं हुई है। सिपाही और उसके परिजनों में कोई लक्षण नहीं है, लेकिन इसके बाद भी सभी एहतियातन क्वारंटाइन होने की सोच रहे हैं। जानकारी पर चिकित्साधीक्षक डा. अमित कुमार, एसडीएम राजेश चंद्र, सीओ जगमोहन बुटोला, इंस्पेक्टर विजय कुमार भी मौके पर पहुंच गए।
भाई को देख छलके युवक के आंसू
भाई को देख छलके आंसू अहमदाबाद से सिरौली के प्यास मुहल्ले पहुंचे प्रवासी युवक के भाई रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। तीन सौ बेड अस्पताल से बालक को मंगलवार को ही एल-1 कोविड में भर्ती करा दिया गया। छोटा भाई जब उसी के वार्ड में भर्ती होने पहुंचा तो उसे देख बड़े भाई की आंख भर आई। मंगलवार को आई कोरोना सैंपल की रिपोर्ट में पांच संक्रमित मिले। इनमें सिरौली के प्यास मुहल्ले का रहने वाला एक 11 वर्षीय बालक भी है। अब तक तीन सौ बेड अस्पताल में अपनी मां और पिता के साथ था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे बिथरी एल-1 ले जाया गया। बिथरी पहुंचने के बाद बालक को उस वार्ड में ले जाया गया जहां प्यास निवासी उसका बड़ा भाई पहले से ही मौजूद था।
स्क्रीनिंग के बाद भेज दिया था घर
सीबीगंज निवासी ¨सगापुर से आए युवक, दिल्ली से आए मीरगंज निवासी साफ्टवेयर इंजीनियर और मीरगंज निवासी दंपती सभी पहले स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में आए। इन सभी को स्क्री¨नग करके घर भेज दिया गया। किसी को भी क्वारंटाइन नहीं कराया गया न ही इनमें से किसी को आश्रय स्थल रोका गया। बाद में यह सभी जांच में पॉजिटिव आए।
दो घंटे थाने में खड़ा रहा संक्रमित का परिवार
बादशाहनगर निवासी युवक संक्रमित मिलने के बाद अफरा तफरी मच गई। युवक को तो एंबुलेंस घर से ले गई। लेकिन इसके बाद उसके परिजनों को कोई लेने नहीं पहुंचा। स्वास्थ्य विभाग ने परिजनों सूचना भिजवाई की सभी लोग थाने पहुंच जाओ। इस पर परिवार के सभी लोग थाने पहुंच गए। लेकिन उन्हें लेने कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची। थाने में माता पिता, दोनों बहनें करीब दो घंटे तक खड़ी रहीं। संक्रमित युवक के परिजन होने के चलते थाने में किसी ने उनसे बैठने तक को नहीं पूछा।
बादशाहनगर और बुहानपुर बना कंटेंटमेंट जोन मीरगंज और प्यास पहले से ही कंटेंटमेंट जोन में हैं। दोनों संक्रमित जहां के वहां पहले से ही कंटेंटमेंट जोन के नियमों का पालन कराया जा रहा है। अब फरीदपुर के बुहानपुर और सीबीगंज के बादशाहनगर के क्षेत्र को नया कंटेंटमेंट जोन बनाया गया है। यहां के 250 मीटर क्षेत्र को सील किया जाने का काम शुरू कर दिया गया है। तीन सौ बेड अस्पताल में कुल तीन सौ लोगों की जांच की गई। इनमें से 96 संदिग्ध लोगों के कोरोना सैंपल लिए गए। वहीं देर रात सीएमओ डा. विनीत शुक्ला की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार जिले के तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ्य हुए। जिन्हें होम क्वारंटाइन रहने की सलाह देकर घर भेजा गया।