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लापरवाही की हद : केजीएमयू के बाहर पौन घंटे एंबुलेंस में तड़पती रहीं बरेली की कोरोना मरीज ने तोड़ा दम, होगी जांच

जिस दर पर इलाज की उम्मीद थी वहीं पर सिस्टम की संवेदनहीनता से कोरोना पीड़ित बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। बहेड़ी की 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला को बुखार और सांस लेने में तकलीफ हुई। निजी लैब की जांच में कोरोना की पुष्टि हुई।

By Edited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 02:09 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 05:54 PM (IST)
लापरवाही की हद : केजीएमयू के बाहर पौन घंटे एंबुलेंस में तड़पती रहीं बरेली की कोरोना मरीज ने तोड़ा दम, होगी जांच
लापरवाही की हद : केजीएमयू के बाहर पौन घंटे एंबुलेंस में तड़पती रहीं बरेली की कोरोना मरीज ने तोड़ा दम, होगी जांच

बरेली, जेएनएन । जिस दर पर इलाज की उम्मीद थी, वहीं पर सिस्टम की संवेदनहीनता से कोरोना पीड़ित बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। बहेड़ी की 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला को बुखार और सांस लेने में तकलीफ हुई। निजी लैब की जांच में कोरोना की पुष्टि हुई। ऐसे में ऑक्सीजन सपोर्ट पर उन्हें बरेली से केजीएमयू भेजा गया। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय में की गई शिकायत में आरोप लगाए गए हैं कि केजीएमयू में पौन घंटे महिला वार्ड के बाहर एंबुलेंस में ही तड़पती रहीं। परिवारजनों की काफी जिद्दोजहद के बाद उसे भर्ती किया गया। लेकिन, तब तक मरीज की हालत बिगड़ चुकी थी। वार्ड में कुछ ही देर बाद मौत हो गई। परिवारजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर शिकायत की। मामले के जांच के आदेश दिए गए हैं।

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बहेड़ी निवासी महरुनिशां को 20 जून को उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुधार न होने पर बेटे नसीम अहमद ने 21 जून को लखनऊ के महानगर स्थित निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया। यहां भी सांस लेना दुश्वार हो गया। 22 जून को महिला की निजी लैब से कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ऐसे में शाम को शाम को मरीज को केजीएमयू शिफ्ट करने का आदेश आ गया।

सीएमओ कार्यालय से फोन आने पर तीमारदारों ने मरीज को बाई-पैप मशीन पर शिफ्ट होने का हवाला दिया। ऐसे में एंबुलेंस से ऑक्सीजन सपोर्ट पर बुजुर्ग को केजीएमयू पहुंचाया गया। भर्ती में आनाकानी, बिगड़ती गई हालत नसीम के मुताबिक केजीएमयू में गार्ड व स्टाफ से गंभीर मरीज को जल्द शिफ्ट करने का अनुरोध किया।

मगर, कोई सुनवाई नहीं हुई। करीब 45 मिनट तक मां एंबुलेंस में ही तड़पती रहीं। हालत बिगड़ती गई। विरोध करने पर वार्ड से आए स्टाफ उन्हें वार्ड में ले गए। समय पर इलाज न मिल सका और कुछ देर बाद ही मां की मौत की सूचना दे दी गई। उन्होंने इस लापरवाही की मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

केजीएमयू प्रशासन से तीन दिन में रिपोर्ट तलब चिकित्सा शिक्षा मंत्री के ओएसडी अनिल बाजपेयी ने कहा कि कोरोना मरीज के इलाज में लापरवाही की शिकायत मिली है। संस्थान प्रशासन से मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट तलब की गई है। इसके बाद कार्रवाई तय होगी। वहीं संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर ¨सह ने कहा कि परिजन के आरोपों की जांच की जाएगी।


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