बरेली कॉलेज शिक्षक संघ टूटा, छह इस्तीफे
अनिश्चितकालीन बंदी के बीच बरेली कॉलेज का शिक्षक संघ शनिवार को दोफाड़ हो गया।
जागरण संवाददाता, बरेली : अनिश्चितकालीन बंदी के बीच बरेली कॉलेज का शिक्षक संघ शनिवार को दोफाड़ हो गया। कार्यकारिणी के 17 में से छह सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। इनमें सह सचिव डॉ. इंदीवर सिंह और चीफ प्राक्टर डॉ. वंदना शर्मा भी शामिल हैं। यह तोड़फोड़ शिक्षक संघ विरोधी गुट के नेता डॉ. टीएस चौहान की अगुवाई में हुई। उनकी ओर से धर्मकांटा के पास एक स्थान पर बुलाई गई बैठक में जुटे कॉलेज के 20 से ज्यादा शिक्षकों ने शिक्षक संघ पर अविश्वास जताया और नए सिरे से शिक्षक संघ के गठन पर जोर दिया।
सह सचिव पद से इस्तीफा देने वाले डॉ. इंदीवर सिंह ने कहा कि शिक्षक संघ को सचिव डॉ. वीपी सिंह ने अपने कब्जे में ले रखा है। शिक्षक संघ के नाम पर वह सिर्फ अपने हितों को साधने में ही लगे रहते हैं। वरिष्ठता का निर्धारण एक नियम से किया गया, जिससे 90 फीसद शिक्षक सहमत हैं लेकिन 11 वर्ष की अपनी सेवा को फर्जी तरह से जोड़ने के मामले के चलते वरिष्ठता से वह नाखुश हैं और शिक्षक संघ के जरिए दबाव बना रहे हैं। ऐसा करने वह कॉलेज के आम शिक्षकों को गुमराह करते आ रहे हैं। डॉ. डीके सिंह ने कहा कि डॉ. वीपी सिंह और डॉ. स्वदेश सिंह वाला शिक्षक संघ आम शिक्षकों का संगठन नहीं है, इसलिए अब आम शिक्षकों के नए संगठन की जरूरत है। शिक्षक संघ की कार्यकारिणी से इस्तीफा देने वालों में चीफ प्राक्टर डॉ. वंदना शर्मा, डॉ. एपी सिंह, डॉ. एमके सिंह और डॉ. पवन कुमार शर्मा रहे। डॉ. राजीव मेहरोत्रा ने बताया कि वह डीएसडब्लू बनने के बाद छह अगस्त को ही कार्यकारिणी से अपना इस्तीफा दे चुके हैं। बैठक में डॉ. नीरज राठौर, डॉ. सूरजपाल ने भी विचार रखे। कोट..
डॉ. वीपी सिंह अब शिक्षक संघ के नाम पर आम शिक्षकों को गुमराह नहीं कर पाएंगे। जल्द आम सभा बुलाकर सर्वसम्मति से नए सिरे से शिक्षक संघ का गठन करेंगे।
-डॉ. टीएस चौहान, शिक्षक संघ विरोधी गुट के नेता
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यह सब ड्रामा प्राचार्य डॉ. अजय शर्मा के इशारे पर ऐसे शिक्षकों ने किया है, जिनका कोई वजूद नहीं है। प्राचार्य अपने पद के गरिमा के विपरीत जा रहे हैं। डॉ. इंदीवार ने तो अनुशासनहीनता की है।
-डॉ. वीपी सिंह, सचिव शिक्षक संघ