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सीएम योगी आदित्यनाथ और बरेली मेयर को बम से उड़ाने की साजिश

खुफिया टीमों को एक पर्चा मिला है, जिसमें चेतावनी भरे शब्दों में लिखा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मेयर डॉ. उमेश गौतम की हत्या की साजिश रची गई है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 15 Dec 2017 09:36 AM (IST)Updated: Fri, 15 Dec 2017 10:54 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ और बरेली मेयर को बम से उड़ाने की साजिश
सीएम योगी आदित्यनाथ और बरेली मेयर को बम से उड़ाने की साजिश

बरेली (जेएनएन)। बरेली में बड़ी मात्रा में विस्फोटक रखने के आरोपी आइटीबीपी के जवान की गिरफ्तारी के बाद बड़ी साजिश सामने आई है। जहां पर वह विस्फोटक रखा था, वहां पर मिले एक पर्चे में चेतावनी भरे शब्दों में लिखा गया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा बरेली के मेयर डॉ. उमेश गौतम को बम से उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद से बेहद सक्रिय पुलिस तथा खुफिया विभाग की टीम पड़ताल में जुट गई है।  

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विस्फोटक रखने के आरोप में सोमवार को आइटीबीपी जवान की गिरफ्तारी के बाद एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। खुफिया टीमों को एक पर्चा मिला है, जिसमें चेतावनी भरे शब्दों में लिखा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मेयर डॉ. उमेश गौतम की हत्या की साजिश रची गई है। विस्फोटक बरामदगी वाले स्थान से मिले इस पर्चे पर एक नक्शा भी बना है। 

संदेह यह भी है कि आइटीबीपी जवान ने कब्जेदार को फंसाने के लिए यह पर्चा खुद लिखा हो। इसी आशंका के तहत खुफिया टीमें जांच में जुटी हैं। जवान की हैंड राइटिंग भी मिलाई जाएगी। 

जो पर्चा मिला, उसमें लिखा है कि मेरा नाम-पहचान गुप्त रखी जाए। बरेली को दहलाने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व डॉ. गौतम को बम से उड़ाने की साजिश रची गई है। इसके लिए आतंकी नईम ने अपने एक एजेंट को बम बनाने का सामान भेजा है। पर्चे पर लिखा है कि जसवीर के घर में विस्फोटक रखा है। पीलीभीत बाईपास से लेकर उस स्थान तक का नक्शा भी पर्चे पर बनाया गया।

यह है मामला

एटीएस ने सोमवार को आइटीबीपी जवान विजय कुमार को पकड़ा था। तब खुलासा हुआ कि उसके दोस्त की जमीन पर जसवीर ने कब्जा कर लिया है। विजय ने उस जमीन को छुड़ाने के चक्कर में साजिश रची।

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जसवीर को फंसाने के लिए विजय ने सनराइज कॉलोनी के पास स्थित उसके कब्जे वाली जमीन में पहाड़ तोडऩे वाला विस्फोटक रख दिया था। पूरा मामला खुलने के बाद विजय को जेल भेजा जा चुका है।

इस कारण इतनी सतर्कता

जिस दिन विजय पकड़ा गया, उसके अगले दिन यानी मंगलवार को महापौर डॉ. उमेश गौतम को शपथ लेनी थी।

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पहले मुख्यमंत्री को बुलाने की चर्चा थी, मगर बाद में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कार्यक्रम में शामिल हुए। खुफिया टीमें यह जांचने में जुटी हैं कि यह पर्चा विजय ने साजिशन रखा या कोई अन्य वजह है। 


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