थाने में ढाई घंटे चली पंचायत, मंदिर में पड़ी वरमाला
जागरण संवाददाता, बरेली : एक ही जाति, मुहल्ले और मजहब के होने पर भी एक युवक और युवती की
जागरण संवाददाता, बरेली : एक ही जाति, मुहल्ले और मजहब के होने पर भी एक युवक और युवती की मुहब्बत सिर्फ परिवारों की आपसी रंजिश के चलते शादी के बंधन तक नहीं पहुंच पा रही थी। मंगलवार को दोनों के प्यार की बात सार्वजनिक होने पर परिवारों का अहम फिर बाहर आ गया। शादी की जिद पर अड़े प्रेमीयुगल से लेकर उनके परिवार वाले भी थाने पहुंच गए। अंतत: थाने में आशा ज्योति केंद्र की मध्यस्थता में ढाई घंटे पंचायत चली। गिले-शिकवों के बाद फैसला प्रेमी युगल के हक में रहा। पुलिस की मौजूदगी में दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई।
मामल कैंट थाने का है। इसी क्षेत्र के आजाद नगर मुहल्ला निवासी 18 वर्षीय एक युवती 12वीं की पढ़ाई कर रही है। मुहल्ले में अपनी ही बिरादरी के युवक से प्यार हो गया। युवक स्नातक की प्राइवेट पढ़ाई कर रहा है। दोनों में नजदीकियां इस कदर बढ़ीं कि साथ जीने मरने और सात जन्म का साथ निभाने की कसमें खा लीं। हालांकि इस दौरान दोनों के ही परिवारों के बीच अनबन का भी उन्हें बखूबी पता था। उन्हें मालूम था कि यह इतना आसान भी नहीं है।
मंगलवार को दोनों के परिवारों को इनके फैसले की जानकारी हुई तो पहले मुहल्ले में ही फिर मामला थाने तक पहुंचा। थाने में प्रभारी निरीक्षक से लेकर महिला दारोगा तक ने इन्हें खूब समझाने की और सुलह बनाने की कोशिशें कीं। लेकिन, नतीजा सिफर रहा। तब आशा ज्योति केंद्र को सूचना दी। केंद्र से काउंसलर कविता और दो अन्य काउंसलर पहुंचीं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला फिर बातचीत से आखिरकार सहमति बन गई। परिवार की मौजूदगी में दोनों ने वरमाला डालकर एक दूसरे को जीवनसाथी बना लिया।