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CM Visit : गन्ना किसानों के लिए फिक्रमंद दिखे CM ने शिव भक्तों को भी रिझाया Philibhit News

कभी पर्ची तो कभी भुगतान के लिए अक्सर आंदोलन करने वाले गन्ना किसानों को यह कहकर साधते दिखे कि गड़बड़ी करने वालों का जेल इंतजार कर रही है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 09:36 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 05:57 PM (IST)
CM Visit : गन्ना किसानों के लिए फिक्रमंद दिखे CM ने शिव भक्तों को भी रिझाया Philibhit News
CM Visit : गन्ना किसानों के लिए फिक्रमंद दिखे CM ने शिव भक्तों को भी रिझाया Philibhit News

अभिषेक पांडेय, पीलीभीत : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को आए तो सामूहिक विवाह समारोह में आशीर्वाद देने के लिए मगर एक दिन पहले अचानक बने इस कार्यक्रम में उनके दो कदमों के कई मायने लगाए जाने लगे। दरअसल, कभी पर्ची तो कभी भुगतान के लिए अक्सर आंदोलन करने वाले गन्ना किसानों को यह कहकर साधते दिखे कि गड़बड़ी करने वालों का जेल इंतजार कर रही है। इससे पहले पहले शिव मंदिर में पूजा की। बाद में जनसभा में ‘सबका साथ सबका विकास’ नारे को धरातल पर लाने की बात का हवाला देते हुए मुसलमान बेटियों की निकाह की बात कहकर सभी को साधने की कोशिश भी की।

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पीलीभीत जिला गन्ना बहुल कृषि क्षेत्र है। यहां बीसलपुर, पूरनपुर, बरखेडा और पीलीभीत में चीनी मिलें हैं। हर साल गन्ना किसानों का लाखों रुपया बकाया रहता है। बरखेड़ा में बजाज चीनी मिल पर 121 करोड़ का भुगतान अब भी बकाया है। पूरनपुर और बरखेड़ा चीनी मिल पर करीब 26 करोड़ रुपये का बकाया है। भुगतान नहीं होने के कारण किसानों के आंदोलन होते रहे हैं।

अब फिर से गन्ना सीजन शुरू हुआ है। मिलों पर पहले का ही बकाया है, नए सीजन में गन्ना किसानों को भरोसा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छह बार नाम लिया। किसान सम्मान निधि, किसान बीमा योजना का हवाला दिया तो कभी किसानों के विकास को देश के विकास से जोड़ा। कहा कि किसानों की हितों की अनदेखी करने वालों को जेल बुला रही है। किसी को डकैती नहीं डालने देंगे। इशारा अफसरों की ओर तो था ही, चीनी मिलों के लिए भी हिदायत थी।

इसके अलावा मुख्यमंत्री अयोध्या प्रकरण पर तो कुछ नहीं बोले मगर हेलीकाप्टर से उतरकर सीधे शिव मंदिर पहुंचकर संदेश दे दिया। साथ चल रहे गुरु भाई और महंत योगी शांतिनाथ से मंदिर के इतिहास के बारे में जानकारी ली।

किसान, मंदिर के साथ-साथ उन्होंने सबका साथ सबका विकास का दृश्य भी दिखाने की पूरी कोशिश की। पूजन के बाद सीधे मंडप में पहुंचे। नव विवाहितों को चंद मिनट देखा, मुस्कुराए और बगल में बने मंच पर पहुंच गए। बेटियों की शिक्षा, समानता की बात करते हुए यह कहना नहीं भूले कि उनके लिए सभी वर्ग व समुदाय एक समान हैं। इसके लिए उन्होंने उन 17 मुस्लिम बेटियों का हवाला दिया जिनका निकाह पढ़वाया जा रहा था। कहा कि हमने सभी के लिए अलग व्यवस्था की। प्रत्येक बेटी की शादी व निकाह के लिए 51 हजार रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 


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