Negligence: आइटीआइ में ऑनलाइन ट्रेनिंग के नाम पर खानापूर्ति, जूम एप से क्लास नहीं हुई शुरू
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) के शिक्षक छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण के साथ खानापूर्ति कर रहे हैं। प्रशिक्षण के नाम पर सारी चीजें कागजों पर चल रही हैं।
बरेली, जेएनएन : भले ही राज्य सरकार ने कोविड-19 की वजह से छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाने के आदेश जारी किए हैं। लेकिन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) के शिक्षक छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण के साथ खानापूर्ति कर रहे हैं। प्रशिक्षण के नाम पर सारी चीजें कागजों पर चल रही हैं। प्रधानाचार्यों की लापरवाही इस कदर है कि अब तक उन्होंने छात्र-छात्राओं के लिए जूम एप से शुरू नहीं किया है। मॉनीटङ्क्षरग के लिए संयुक्त निदेशक को आइडी पासवर्ड तक नहीं दिया। इसका खुलासा संयुक्त निदेशक राजेंद्र प्रसाद की ओर से जारी एक पत्र में हुआ है। उन्होंने मंडल के राजकीय आइटीआइ संस्थानों के प्रधानाचार्यों को तत्काल व्यवस्था सुधारने के आदेश जारी किए हैं।
बरेली मंडल में 20 राजकीय आइटीआइ हैं। इनमें से 19 का संचालन हो रहा है। कोविड-19 की वजह से सभी आइटीआइ को भी बंद रखा गया है। प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण प्रभावित न हो, इसके लिए बीते 11 जून को शासन ने ऑनलाइन क्लास के जरिए प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिए। यह भी कहा गया कि वर्चुअल क्लास के लिए माइक्रोसॉफ्ट टीम और जूम एप के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाए। लेकिन संस्थानों में प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा। संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण शिशिक्षु राजेंद्र प्रसाद ने इस पर नाराजगी जताई और व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कहा है।
पैसा न मिलने से निर्माण कार्य अटका
एमएसडीपी योजना के तहत पैसा न मिलने की वजह से कई राजकीय आइटीआइ का निर्माण कार्य बाधित चल रहा है। इनमें मीरगंज, बहेड़ी, रिछा, फरीदपुर बरेली, कादरचौक, दहगवां, दातागंज और बदायूं, पूरनपुर पीलीभीत, तिलहर और खुटार शाहजहांपुर आइटीआइ शामिल है।