बिजली के झटकों से हिला शहर और किला
शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली की कटौती का दावा गर्मी आते ही हवा हो गए।
जागरण संवाददाता, बरेली : शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली की कटौती का दावा गर्मी आते ही हवा हो गए। शहर का शायद ही कोई ऐसा इलाका हो जहां फॉल्ट या ओवरलोडिंग की वजह से बिजली कटौती नहीं की गई हो। खासकर नगरीय डिवीजन-द्वितीय के सबसे बड़े किला सब स्टेशन पर दिन से लेकर रात तक कई बार कटौती हुई। इंग्लिशगंज, कर्मचारी नगर, साहूकारा आदि मुहल्लों में अधिक कटौती से लोग गर्मी में दिन भर पसीने से तर होते रहे। बिजली महकमा बुधवार शाम के बाद ही आपूर्ति को सुचारू कर सका।
ट्रांसफार्मर और लाइन फॉल्ट बड़ी मुसीबत
गर्मी में लोड बढ़ा तो कई सब स्टेशन पर ट्रांसफार्मर खराब होने और 11 केवी लाइन इनकमिंग लाइन पर जमकर फॉल्ट हुए। इन्हें ठीक करने के लिए कई जगह शटडाउन लिए गए। किला व अन्य क्षेत्रों में दो-दो घंटे की कटौती की गई। अघोषित कटौती अलग से हुई।
ऊर्जा मित्र से भेजे गए 18,170 मैसेज
शहरी उपभोक्ताओं को आपातकालीन बिजली कटौती की जानकारी देने के लिए ऊर्जा मित्र एप की व्यवस्था पिछले महीने से हुई थी। इस एप पर बुधवार को 18170 मैसेज भेजे गए। उपभोक्ताओं के अनुपात में इन्हें कम माना जा रहा। इसकी वजह है कि एप पर आधे घंटे से ज्यादा समय तक होने वाली बिजली कटौती की जानकारी दी जाती है। शहर में तमाम जगह एक बार में बीस से पच्चीस मिनट की कटौती का जिक्र नहीं किया जाता। जबकि बार-बार ट्रिपिंग खासी परेशान करती है।
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किला क्षेत्र की इनकमिंग लाइन में समस्या के चलते एक ट्रांसफार्मर फुंक गया था। इसके चलते बिजली आपूर्ति में बाधा रही। वहीं, अन्य इलाकों में भी फॉल्ट के चलते बिजली कटौती की गई। शाम तक सभी जगह बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी गई थी।
- एनके मिश्रा, एसई(शहर), बिजली विभाग, बरेली
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फर्जी बिजली चेकिंग टीम के पांच आरोपित गए जेल
जासं, बरेली : बारादरी के सनराइज कॉलोनी में फर्जी बिजली टीम बनाकर चेकिंग के करते पकड़े गए पांच आरोपितों को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया। जबकि चार फरार आरोपितों की तलाश जारी है। सनराइज कॉलोनी में मंगलवार शाम नौ शातिर फर्जी बिजली चेकिंग टीम बनाकर पहुंचे थे। शक होने पर भीड़ ने उन्हें दौड़ाकर पीटा। इस दौरान अरशद, हसन, सुनील कुमार, फरजंद अली खान, राहुल को दबोच लिया। जबकि चार भाग निकले। सूचना पर बिजली विभाग के जेई पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
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ओवरलोड ट्रांसफार्मर बन रहे फॉल्ट की वजह
- मंडल भर के अधिकांश ट्रांसफार्मर पाए गए ओवरलोड
- उपभोक्ताओं के साथ ही महकमा भी फुंकने के लिए जिम्मेदार
जागरण संवाददाता, बरेली : जिले ही नहीं मंडल भर के तमाम ट्रांसफार्मर ओवरलोड होने के चलते फुंक रहे हैं। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी संजय गोयल के आदेश के बाद मंडल भर के विद्युत सब स्टेशन की अभी तक की जांच रिपोर्ट में यह स्थिति सामने आई है। ट्रांसफार्मर ओवरलोड होने के पीछे दो वजह भी सामने आई हैं। पहली उपभोक्ताओं के लिहाज से, यानी बिजली की ज्यादा खपत होने के बावजूद उपभोक्ताओं ने अपने बिजली मीटर की क्षमता नहीं बढ़वाई। वहीं, दूसरी वजह बिजली महकमे की ओर से थी। मतलब कई ऐसी जगह भी मिलीं, जहां लोगों ने तो मीटर की क्षमता बढ़वा रखी थी लेकिन सब स्टेशन से कम क्षमता वाला ही ट्रांसफार्मर रखा था। इससे गर्मी परवान चढ़ते ही बिजली की खपत बढ़ने के साथ ही ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। बदायूं जिले में भी मुख्य अभियंता एसके सक्सेना ने चार-पांच जिलों में बिजली व्यवस्था का जायजा लिया।
सरकारी महकमों में भी होगी ओवरलोड की चेकिंग
ओवरलोडिंग रोकने के लिए बिजली महकमा घर, दुकानों के कनेक्शन चेक करता है। इस बार सरकारी दफ्तरों को चेक कर उनकी मीटर क्षमता और वास्तविक लोड चेक भी किया जाएगा। पंद्रह जून के बाद से इसकी शुरूआत हो सकती है।
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मंडल भर के एसई और एक्सईएन ने सीधे उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है। निरीक्षण के बाद मौखिक रूप से मुझे भी ट्रांसफार्मर पर ओवरलोड के ज्यादा केस होने की बात बताई है। जांच पूरी होने के बाद ट्रांसफार्मर और मीटरों की क्षमता बढ़वाई जाएगी।
- एसके सक्सेना, मुख्य अभियंता, बिजली विभाग