Chinmayanand Blackmailing Case: आज जारी हो सकता है भाजपा नेता डीपीएस राठौर और अजीत सिंह को कोर्ट से समन Shahjahanpur News
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने का आरोपित बनाए जाने के बाद भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री व डीसीबी चेयरमैन डीपीएस राठौर ने भगवान की शरण ले ली है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने का आरोपित बनाए जाने के बाद भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री व जिला सहकारी बैंक (डीसीबी) चेयरमैन डीपीएस राठौर ने भगवान की शरण ले ली है। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद वह परिवार के साथ धाॢमक यात्रा पर निकल गए थे। एसआइटी की ओर से दाखिल चार्जशीट पर उन्हें व भाजयुमो के पूर्व जिला महामंत्री अजीत सिंह को कोर्ट से सोमवार को समन जारी हो सकता है, जिसके बाद वे जमानत करा सकते हैं।
डीपीएस राठौर की नहीं मिल रही थी लोकेशन
चिन्मयानंद प्रकरण में एसआइटी ने पांच नवंबर को अपनी जांच पूरी करते हुए चार्जशीट में भाजपा नेता डीपीएस राठौर और भाजयुमो नेता अजीत सिंह नाम भी शामिल किया था। एसआइटी के अनुसार, भाजपा नेताओं ने चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करते हुए सवा करोड़ रुपये मांगे थे। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के बाद अजीत शहर में ही थे, लेकिन डीपीएस राठौर की लोकेशन नहीं मिल रही थी।
बताया जा रहा है कि वह अपने परिवार के साथ वृंदावन, मथुरा और विभिन्न धार्मिक स्थल घूमने गए थे। मध्य प्रदेश के दतिया में पीतांबरा देवी के दरबार में भी पहुंचे। रविवार को डीपीएस राठौर परिवार के साथ वापस घर पहुंचे। जहां उनसे मिलने कुछ समर्थक भी पहुंचे। बता दें कि डीपीएस राठौर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर के छोटे भाई हैं।
समन के बाद BJP leader कराएंगे जमानत
भाजपा नेता डीपीएस राठौर व अजीत सिंह को सोमवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट से समन जारी हो सकता है, जिसके बाद उन लोगों जमानत करानी होगी। एसआइटी ने एलएलएम छात्रा से दुष्कर्म करने के आरोप में चिन्मयानंद को आरोपित बनाया है। जबकि चिन्मयानंद से ब्लैकमेलिंग करने के मामले में छात्रा, उसके दोस्त संजय सिंह, विक्रम सिंह, सचिन सेंगर, भाजपा नेता डीपीएस राठौर और भाजयुमो नेता अजीत सिंह को आरोपित बनाया है। हालांकि, दोनों भाजपा नेता पर जो धाराएं लगाई गई हैं वह जमानतीय हैं। इसलिए उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Advocates को चाहिए Chargesheet की कॉपी
मामले में आरोपितों के वकीलों को चार्जशीट का इंतजार है। एसआइटी की ओर से सोमवार को कोर्ट के माध्यम से कॉपी उपलब्ध कराई जा सकती है। जिसके बाद दोनों मुकदमों में आरोपितों के वकील आगे की पैरवी को लेकर अपनी तैयारी करेंगे।