एफएसडीए के बाबू के खिलाफ चार्जशीट की तैयारी
निलंबित लिपिक दर्पण मालपानी के खिलाफ चल रही जांच में आरोप पत्र की तैयारी है।
जागरण संवाददाता, बरेली : रिश्वत लेने के आरोप में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के निलंबित लिपिक दर्पण मालपानी के खिलाफ चल रही जांच में आरोप पत्र की तैयारी है। प्रकरण में शासन से सीधे डीएम को जांच सौंपी गई है। प्रारंभिक रिपोर्ट और रिश्वत के वायरल हुए वीडियो को ही आरोपों का मुख्य आधार माना गया है। शिकायतकर्ता और आरोपित के बयान होने शेष हैं। चार्जशीट लखनऊ भेजी जानी है। निलंबित लिपिक को प्रमुख सचिव के आदेश पर शुक्रवार को ही राजधानी स्थित आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन मुख्यालय से संबद्ध किया जा चुका है।
कोल्डड्रिंक के एक कारोबारी से लाइसेंस आवेदन के बाद उस पर रिपोर्ट लगाने और स्वीकृत कराने के लिए 6000 रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। लेन-देन की बात का वीडियो बना लिया गया जोकि 25 अप्रैल को वायरल हुआ। मामले में डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि प्रकरण सामने आने पर पहले ही प्रारंभिक जांच कर पूरी रिपोर्ट लखनऊ भेजी गई थी। आरोप, तथ्य और अन्य आधार समान हैं। जांच रिपोर्ट इस सप्ताह तक लखनऊ भेज दी जाएगी।
लिपिक विहीन हुआ खाद्य सुरक्षा दफ्तर
रिश्वत के आरोपित बाबू के निलंबन के बाद से जिले का खाद्य सुरक्षा कार्यालय लिपिक विहीन हो गया। अभिहित अधिकारी, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी और तहसील सहित 15 एफएसओ हैं। लेकिन, लिपिक का केवल एक ही पद स्वीकृत है। मंडलीय सहायक आयुक्त संजय कुमार पांडेय ने बताया कि जिला कार्यालयों में लिपिक का एक ही पद स्वीकृत है। राजकीय कार्य बाधित नहीं होने दिया जाएगा। सोमवार को पटल के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए जाएंगे।