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बरेली कॉलेज में बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा में प्रश्नों की संख्या में किया बदलाव, हंगामा

रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने खंड क से एक दीर्घ और खंड ख से दो लघु उत्तरीय करने के नियम बनाए लेकिन परीक्षा के बीच में ही कॉलेज प्रशासन ने इसमें बदलाव कर दिया।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 10:00 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 10:00 PM (IST)
बरेली कॉलेज में बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा में प्रश्नों की संख्या में किया बदलाव, हंगामा
बरेली कॉलेज में बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा में प्रश्नों की संख्या में किया बदलाव, हंगामा

बरेली, जेएनएन : बरेली कॉलेज में शुक्रवार को बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा के दौरान अचानक प्रश्न हल करने के नियम बदल दिए गए। विश्वविद्यालय ने खंड क से एक दीर्घ और खंड ख से दो लघु उत्तरीय करने के नियम बनाए, लेकिन परीक्षा के बीच में ही कॉलेज प्रशासन ने इसमें बदलाव कर दिया। इससे छात्र नाराज होकर विरोध करने लगे। परीक्षा के बाद छात्रों ने कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन को ज्ञापन देकर पूर्व के निर्देशों के अनुसार अंक देने की मांग की।

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शुक्रवार को सुबह 11 बजे से बीएड द्वितीय वर्ष टीङ्क्षचग ऑफ सोशल स्टडीज विषय की परीक्षा थी। बरेली कॉलेज के न्यू एग्जामिनेशन हॉल के क्यू बिङ्क्षल्डग में परीक्षा में शामिल छात्र-छात्राओं को प्रश्न पत्र दिया गया। छात्र फैज मोहम्मद का आरोप है कि परीक्षा के एक घंटे बाद बीएड विभाग की दो शिक्षिका आईं और प्रश्न पत्रों की संख्या में बदलाव का फरमान सुना दिया। कहा कि दो दीर्घ और तीन लघु उत्तरीय प्रश्न करने हैं। छात्रों ने इसका विरोध किया तो शिक्षिका ने परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी निर्देश का हवाला देकर शांत करा दिया। लेकिन छात्रों ने पूर्व निर्देशों के अनुसार ही प्रश्न हल किए।

नियम मेरी जानकारी में नहीं था। छात्रों ने आकर जानकारी दी है। उनके मांग पत्र को विश्वविद्यालय को भेजा जाएगा, ताकि छात्रों का नुकसान न हो।

डॉ. अनुराग मोहन, कार्यवाहक प्राचार्य, बरेली कॉलेज

एमएड के छात्रों ने दर्ज कराई शिकायत

बीएड के साथ एमएड द्वितीय वर्ष के छात्रों ने भी प्रश्न पत्रों की संख्या में बदलाव की शिकायत दर्ज कराई है। महाराजा अग्रसेन कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे छात्रों का कहना था कि उनके यहां भी एमएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा के प्रश्न पत्र की संख्या में अचानक बदलाव कर दिया गया। युवजन सभा बरेली के जिलाध्यक्ष गजेंद्र कुर्मी ने परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन देकर गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा शुरू होने के बाद अचानक जो बदलाव किया गया, वह विश्वविद्यालय की गाइडलाइन के विपरीत है।


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