CAA Protest : बदला विरोध का तरीका, दीवारों पर लगाए हम नहीं कागज दिखाएंगे के पर्चे Bareilly News
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही। पुलिस ने गिरफ्तारियां की मुकदमे किए तो विरोध का तरीका बदलने लगा।
जेएनएन, बरेली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही। पुलिस ने गिरफ्तारियां की, मुकदमे किए तो विरोध का तरीका बदलने लगा। अब सीएए तथा एनआरसी के विरोध में दीवारों पर पर्चे चस्पा किए जा रहे। जिन पर लिखा है कि हम कागज नहीं दिखाएंगे। हालांकि दूसरी ओर स्थिति यह है कि भले ही एनआरसी की बारी यहां अभी नहीं है मगर उनसे जुड़े कागजात भी इकट्ठे करने का क्रम शुरू हो गया है। कालेज, स्कूलों व अन्य विभागों में इन दिनों मुस्लिम वर्ग के लोग अपने बुजुर्गों तक की टीसी, चरित्र प्रमाण आदि लेने में जुट गये हैं।
डर कि वजह से लोग कर रहे ऐसा : इस बारे में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मो आरिफ एडवोकेट का कहना है कि भाजपा सरकार के इस कानून से मुस्लिमों में डर का माहौल है। लोगों को समझ नहीं आ रहा कि आगे क्या करना है। इसलिए लोग पुराने दस्तावेज हासिल करने में लगे हैं।
बीते माह से ऐसे लोग काफी बढ़ी संख्या अपना स्थानांतरण प्रमाण पत्र व चरित्र प्रमाण पत्र मांगने आ रहे है जो कई दशकों पहले विद्यालय के छात्र रहे है। इसे देखते हुए पुराने रिकार्ड को बारीकी से जांच कर उचित वैधानिक प्रमाण पत्र जारी किये जा रहे हैं।- अशोक गंगवार, प्रधानाचार्य एमजीएम इंटर कालेज बहेड़ी
हमारे यहां कुछ लोग पुराने प्रमाणपत्रों को मांगने आ रहे हैं। वे किसलिए मांगने आ रहे हैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।- सुनील सारस्वत, प्रधानाचार्य केसर इंटर कालेज बहेड़ी
कुछ लोग पुराने जन्म प्रमाण पत्र बनवाने आ रहे हैं पर वे किसलिए आ रहे हैं, इससे हमें मतलब नहीं है। हम तो नियमानुसार व अपने अधिकारियों के दिशा-निर्देश के तहत अपना काम कर रहे हैं।- शिवा शर्मा, नगर पालिका परिषद में जन्म प्रमाण पत्र कार्य देख रहे कर्मचारी
पीएम मोदी से लेकर पार्टी के कई बड़े नेता कह चुके कि किसी को भी सीएए से कोई डरने की आवश्यकता नहीं है। यह किसी के खिलाफ नहीं है। न ही किसी से कोई कागज नहीं मांगा जा रहा। विपक्षी दल उन्हें गुमराह कर रहे। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। - छत्रपाल सिंह गंगवार, भाजपा विधायक बहेड़ी