मुसीबत आए तो सरकार साथ खड़ी, कराएगी महंगा इलाज भी
आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार की योजना है, जिसमें गरीब परिवारों को निजी अस्पताल में भी इलाज मिल सकेगा।
जेएनएन, बरेली: आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार की योजना है, जिसमें गरीब परिवारों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है। ये बातें जिला महिला अस्पताल में हुए गोल्ड कार्ड बांटने के दौरान केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहीं। कार्यक्रम में शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि योजना में शहर के निजी अस्पतालों को भी संबंद्ध किया गया है, जिनमें पंजीकृत परिवारों के सदस्य इलाज की सुविधाओं का पूरा लाभ ले सकते हैं। इसका पैसा उनके गोल्ड कार्ड से कटेगा। उन्हें कुछ भी नहीं देना होगा। सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला ने बताया कि इस योजना में लगभग 1350 बीमारियां शामिल हैं। कार्यक्रम में डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह, योजना के नोडल अफसर डॉ. अशोक कुमार, शरद जौहरी आदि मौजूद रहे।
दशहरा के बाद खामोश हुआ एफएसडीए
बरेली : नवरात्रों में मिलावटखोरों के खिलाफ हल्ला बोलने वाला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग अब खामोश हो गया है। वह भी तब जब त्योहारी सीज चल रहा है। विभाग अंतिम समय में ही सैंपल लेकर खानापूर्ति की तैयारी में है। अब तक चेकिंग की कोई विधिवत कार्ययोजना तक नहीं बनी है।
सभी प्रकार की खाद्य सामग्री की गुणवत्ता, उनके गलत प्रचार कर माल बेचने आदि पर निगरानी की जिम्मेदारी एफएसडीए की है। विभाग ने नवरात्र में कुट्टू का आटा आदि के लगभग 30 सैंपल लिए थे। इन्हें परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया है। दशहरा बीते एक सप्ताह से अधिक हो गए, इसके बाद से कार्रवाई तो दूर, कहीं सैंपल ही नहीं लिए गए। व्यापारियों ने इसका विरोध किया था। उनका तर्क है कि ऐन वक्त पर ही कार्रवाई कर दुकानदारों को परेशान किया जाता है। रामपुर गार्डन निवासी राघवेंद्र अग्रवाल का कहना है कि त्योहारों के लिए खाद्य सामग्री बनने लगी है। गुणवत्ता की अभी से जांच की जानी चाहिए।
जिला अभिहित अधिकारी धर्मराज मिश्रा ने बताया कि मिलावटखोरी करने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। जल्द ही छापा मारा जाएगा।