उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल की संवेदनशील क्रॉसिंग पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
रेलवे क्रॉसिंग को गलत तरीके से पार करना, जबरन खुलवाना या गेटमैन से अभद्रता करना और मारपीट करना जल्द परेशानी का सबब बनेगा।
बरेली(जेएनएन)। रेलवे क्रॉसिंग को गलत तरीके से पार करना, जबरन खुलवाना या गेटमैन से अभद्रता करना और मारपीट करना जल्द परेशानी का सबब बनेगा। रेलवे बोर्ड ने उत्तर रेलवे, इसमें भी मुरादाबाद मंडल और आसपास के इलाकों में गेटमैनों के साथ लगातार हो रही घटनाओं पर बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत रेलवे क्रॉसिंग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। अगले साल से पहले चरण में उन रेलवे क्रॉसिंग को चुना जाएगा जो संवेदनशील हों। मसलन, ये वो जगह होंगी जहां राहगीरों की आवाजाही बेहद ज्यादा हो या फिर गेटमैनों के साथ पहले भी मारपीट या अभद्रता हो चुकी हो। उरमू के जोन महामंत्री बीसी शर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने सहमति दी है। जोन महामंत्री उरमू के मंडल परिषदीय सम्मेलन में आए थे।
पुलिस और विधायक पर लग चुके आरोप
बता दें कि बरेली और शाहजहांपुर में कुछ दिन पहले जबरन रेलवे फाटक खुलवाने को लेकर अलग-अलग मामलों में गेटमैनों से मारपीट हुई थी। एक मामले में इलाकाई पुलिस और दूसरे मामले में विधायक व उनके समर्थकों पर आरोप था। हालांकि बाद में सबूतों के अभाव में समझौता हुआ और मामला निबट गया। ऐसे में सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद साक्ष्य होने की स्थिति में यूं ही मामला निबटाया नहीं जा सकेगा।
आठ घंटे ड्यूटी और सीयूजी भी जल्द
गेटमैनों की 12 घंटे ड्यूटी तय है। लेकिन आठ घंटे में ही 20 हजार या उससे ज्यादा वाहन पार करते हैं तो गेटमैन की ड्यूटी आठ घंटे की जाएगी। इसके अलावा जल्द सभी जगह गेटमैनों को भी सीयूजी नंबर भी मिलेंगे। फिलहाल उत्तर रेलवे में 30 हजार सिम मिलेंगे। इसके अलावा 50 साल से ज्यादा उम्र होने पर लोको पायलट और ट्रैकमैन के इच्छित सेवानिवृत्ति लेने पर योग्य आश्रित को उसी पोस्ट पर नौकरी देने को लेकर भी नए सिरे से विचार चल रहा है।