CBSE Board 10th Result News : मनमाने अंक देकर छात्रों को टापर नहीं बना सकेगा स्कूल प्रशासन, जानिये किस आधार पर मिलेंगे अंक
CBSE Board 10th Result News संक्रमण के चलते सीबीएसई बोर्ड की दसवीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। ऐसे में बोर्ड ने बिना परीक्षा के ही छात्रों का परिणाम तैयार करने के लिए कहा है। छात्रों का परिणाम उनकी आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर होगा।
बरेली, जेएनएन। CBSE Board 10th Result News : संक्रमण के चलते सीबीएसई बोर्ड की दसवीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। ऐसे में बोर्ड ने बिना परीक्षा के ही छात्रों का परिणाम तैयार करने के लिए कहा है। छात्रों का परिणाम उनकी आंतरिक परीक्षाओं में दिए गए अंकों के आधार पर कराया जाना है। लेकिन, स्कूल प्रशासन छवि को बरकरार रखने के लिए मनमाने तरीके से अंक देकर छात्रों को टापर नहीं बना सकते। इसकी आशंका को देखते हुए बोर्ड ने स्कूलों को कई तरह के नियमों में बांधा है।
पिछले तीन वर्षों में जिस वर्ष सबसे अच्छा रिजल्ट आया है। उससे बेहतर रिजल्ट स्कूल प्रशासन घोषित नहीं कर सकता। वहीं बोर्ड ने अंकों के आधार पर छह वर्गों में छात्रों को बांट दिया है। समय-समय पर बोर्ड के अधिकारियों की ओर से भी निगरानी की जा रही है। पिछले दिनों हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में इसके बाबत प्रधानाचार्यों को कई तरह के दिशा-निर्देश की जानकारी दी गई। इसमें बोर्ड ने नियमों के आधार पर छात्रों के रिजल्ट बनाने के लिए स्कूलों को निर्देशित किया है।
अंको के आधार पर छह वर्गाें में बंटे विद्यार्थी : सिटी समन्वयक वीके मिश्रा ने बताया कि बोर्ड ने अंकों के आधार पर छह वर्गों में विद्यार्थियों को बांटा है। पहले वर्ग में फेल या प्रोन्नत वाले छात्र, दूसरे वर्ग में 26 से 40 फीसदी वाले विद्यार्थी, तीसरे वर्ग में 40 से 50 फीसदी, चौथे वर्ग में 50 से 60 फीसदी, पांचवे वर्ग में 60 से 70 और छठे वर्ग में 70 से 80 फीसदी के बीच अंक लाने वाले छात्रों की संख्या की जानकारी स्कूलों को भेजनी है। इस बार भी छात्रों को पिछले वर्षों की तरह विषयवार औसत अंक दिए जाने हैं। स्कूल के 2018 या 2019 के कुल औसत परिणाम के आधार पर ही रिजल्ट तैयार होगा। ताकि स्कूल प्रशासन बेहत रिजल्ट न बना सकें।
बोर्ड की ओर से कभी भी निरीक्षण के लिए आ सकती हैं सदस्य : सिटी समन्वयक ने बताया कि फिलहाल किसी स्कूल में मनमानी की शिकायत नहीं मिली है। स्कूलों की छवि बनी रहे इसके लिए स्कूल प्रंबधन को एहतियात बरतने की जरूरत है। बोर्ड की ओर से किसी भी स्कूल में संबंधित सदस्य निरीक्षण के लिए पहुंच सकते हैं।