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बिल्ली की छींक अब अंधविश्वास नहीं सच में खतरे की घंटी, जानिए विशेषज्ञ दे रहे क्या चेतावनी

Animal Coronavirus News कुत्ते और बिल्ली पालने का शौक रखने वालों के लिए खतरे की घंटी है। कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट इन्हें तेजी से संक्रमित कर सकता है। देश में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 04:15 PM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 04:15 PM (IST)
बिल्ली की छींक अब अंधविश्वास नहीं सच में खतरे की घंटी, जानिए विशेषज्ञ दे रहे क्या चेतावनी
बिल्ली की छींक अब अंधविश्वास नहीं सच में खतरे की घंटी, जानिए विशेषज्ञ दे रहे क्या चेतावनी

बरेली, दीपेंद्र प्रताप सिंह। Animal Coronavirus News : कुत्ते और बिल्ली पालने का शौक रखने वालों के लिए खतरे की घंटी है। कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट इन्हें तेजी से संक्रमित कर सकता है। देश में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन वायरस की तीव्रता के साथ कुत्ते और बिल्लियों की कोशिकाएं अच्छे रिसेप्टर (ग्राही) होने की वजह से इनमें भी संक्रमण का खतरा है।

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कोरोना वायरस के म्यूटेंट में अब तक 600 से ज्यादा बार बदलाव होकर ज्यादा मारक हो गया है। शुरुआती म्यूजेशन का वायरस विदेश में बिल्ली, कुत्तों और बाघ को संक्रमित कर चुका है। देश में अब हैदराबाद और सैफई में बिग कैट प्रजाति में शुमार शेरों में कोविड-19 का संक्रमण पाया गया है। बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के मुख्यालय के पूर्व निदेशक और इंडियन वायरोलॉजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ.आर.के. सिंह का कहना है कि शेरों में मिले वायरस की पूरी जांच हो रही है। परंतु वायरस अब पालतू कुत्ते और बिल्लियों में भी संक्रमण फैला सकता है।

रिवर्स जूनोसिस भी है कोरोना वायरस

डॉ. सिंह के अनुसार जानवरों से मानव में फैलने वाले वायरस जूनोसिस होते हैं। वहीं इंसान से जानवरों में फैलने वाले वायरस रिवर्स जूनोसिस कहलाते हैं। कोरोना यानी कोविड-19 या सार्स कोव-2 वायरस का अपडेट म्यूटेंट मानव के संपर्क में रहने वाले जानवर जैसे कुत्ते, बिल्ली पर तेजी से हमला कर सकता है। वजह इन जानवरों की कोशिकाएं वायरस के अच्छे रिसेप्टर (ग्राही) हैं।

वायरस के कैरियर म्यूटेशन की तेज प्रक्रिया इसके लिए काम सुगम कर देती है। ऐसे में किसी सिम्टोमेटिक या एसिम्टोमेटिक मरीज से पालतू जानवर संक्रमित हो सकते हैं। कोरोना वायरस जूनोसिस के साथ रिवर्स जूनोसिस भी है। ऐसे में संक्रमित जानवर दोबारा किसी स्वस्थ व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकते हैं। हालांकि रिवर्स जूनोसिस का खतरा जूनोसिस की अपेक्षा कुछ कम है। लेकिन संक्रमण होने से इन्कार हरगिज नहीं किया जा सकता।

छींक के साथ खांसी का भी रखें ध्यान

पालतू कुत्ते या बिल्ली में भी संक्रमण के लगभग इंसानों जैसे ही लक्षण होते हैं। उनमें भी बार-बार खांसी और छींक आने की दिक्कत हो सकती है। यही नहीं वह उदास रहते हैैं और शरीर में हल्की तपन महसूस होती है। ऐसे में इन जानवरों की तत्काल कोविड जांच कराना जरूरी है। जो बरेली में आइवीआरआइ समेत कई पशु चिकित्सालयों में होती है। अगर लक्षण पॉजिटिव मिलें, तो इन पालतू जानवरों को भी आइसोलेट करें। 


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