बदायूं में एडीएम के स्टेनो और उनके भाई के खिलाफ संपत्ति के गबन का मुकदमा
पीड़िता का आरोप है कि उनकी मौसी अनवर जहां बदायूं में सीडीपीओ थीं। तभी सुविज्ञानंद और मंजुल ने बरेली के सनसिटी विस्तार कालोनी में एक मकान का एग्रीमेंट कराया था। जिसके लिए मौसी अनवर जहां ने 30 लाख रुपये बयाना के तौर पर दिए थे।
बदायूं, जागरण संवाददाता। शहर के सिविल लाइंस थाने में कानपुर के तलाक महल मुहल्ला निवासी नौशाबा ने बदायूं एडीएम के स्टेनो सुविज्ञानंद व उनके भाई मंजुल के खिलाफ संपत्ति के गबन का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि उनकी मौसी की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति आरोपितों ने हड़प ली।
पीड़िता का आरोप है कि उनकी मौसी अनवर जहां बदायूं में सीडीपीओ थीं। तभी सुविज्ञानंद और मंजुल ने बरेली के सनसिटी विस्तार कालोनी में एक मकान का एग्रीमेंट कराया था। जिसके लिए मौसी अनवर जहां ने 30 लाख रुपये बयाना के तौर पर दिए थे। इसके बाद 30 लाख रुपये और बैनामा कराने काे लिए गए। इसके बाद रजिस्टर्ड एग्रीमेंट के अनुसार मकान अनवर जहां को दे दिया गया। इसी बीच मौसी की तबीयत बिगड़ी तो सुविज्ञानंद और मंजुल उन्हें दिल्ली ले जाने की बात कहकर गए। आरोप है कि रास्ते में उनकी हत्या कर दी और घर वालों को सूचना दे दी कि उनकी तबीयत खराब होने से मौत हो गई थी।
नौशाबा ने बताया कि मौसी अनवर जहां की शादी नहीं हुई थी, वही उनकी सबसे करीबी हैं। इसलिए उन्हाेंने प्रयास किए तो सुविज्ञानंद व मंजुल ने उन्हें धमकी भी दी। एसएसपी बदायूं से मुलाकात के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस विशाल प्रताप सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।