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फर्जी दस्तावेजों पर दस साल से नौकरी कर रहे शिक्षक के खिलाफ मुकदमा

फर्जी दस्तावेजों के सहारे दस साल से नौकरी कर रहे शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रिकवरी की कार्रवाई शिक्षा विभाग ने शुरु कर दी है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 07:47 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 07:47 PM (IST)
फर्जी दस्तावेजों पर दस साल से नौकरी कर रहे शिक्षक के खिलाफ मुकदमा
फर्जी दस्तावेजों पर दस साल से नौकरी कर रहे शिक्षक के खिलाफ मुकदमा

शाहजहांपुर, जेएनएन। फर्जी दस्तावेजों के सहारे दस साल से नौकरी कर रहे शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रिकवरी की कार्रवाई शिक्षा विभाग ने शुरु कर दी है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक कमल चतुर्वेदी पिछले दस वर्षों से नौकरी कर रहे थे। जिनके खिलाफ बीएसए की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार ने कोतवाली में तहरीर दी है।

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कन्नौज के थाना सौरिख के मुहल्ला संजय नगर निवासी कमल चतुर्वेदी की नियुक्ति 31 जनवरी 2011 को अध्यापक के रूप में हुई थी। वह वर्तमान में तिलहर ब्लाक के ग्राम बिरसिंहपुर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात हैं। एसआइटी जांच में अध्यापक का डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से प्राप्त बीएड का अंकपत्र तथा प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।

जिसके चलते आठ जुलाई को उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गईं। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अभिलेखों से छेड़छाड़ तथा फर्जी शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर नौकरी प्राप्त कर शिक्षक ने शासन से धन अर्जन का भी अपराध किया है। बीएसए ने बताया कि वेतन रिकवरी की कार्रवाइ शुरू कर दी है। 


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