Loksabha Election 2019: कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा ने कराया नामांकन, गुंडी वाले बयान पर दी सफाई
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी व बदायूं सीट से भाजपा की प्रत्याशी संघमित्रा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन कराया।
जेएनएन, बरेली : कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी व भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्या ने मंगलवार को नामांकन दाखिल कर दिया। गाडिय़ों के काफिला संग जुलूस लेकर वे कलेक्ट्रेट पहुंची। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समेत तमाम पार्टी नेता उनके साथ मौजूद रहे।
नामांकन से पहले कृष्णा लॉन में कार्यकर्ता और पार्टी पदाधिकारी एकत्रित हुए। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम ने कार्यकर्ताओं को चुनावी टिप्स दिए। उसके बाद कैंप कार्यालय पर भीड़ जुटने लगी। भाजपा प्रत्याशी के पिता व जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने तिलक लगाकर बेटी को विजयी होने का आशीर्वाद दिया। सिटी मजिस्ट्रेट केके अवस्थी ने कहा कि नामांकन पत्र में सभी शर्तें पूरी हैं। जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता मौजूद रहे। इसके बाद संघमित्रा नामांकन कक्ष से बाहर निकलीं और पत्रकारों से बात करने लगीं। यह देख वहां मौजूद अधिकारियों ने नामांकन स्थल से बाहर जाकर बयान देने को कहा।
गुंडी वाले बयान पर दीं सफाई, बोलीं- ईंट का जवाब पत्थर से देने की बात कही थी
नामांकन से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान मंच से सबसे बड़ी गुंडी बनने वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैं ईंट का जवाब पत्थर से देने की बात कर रही थी। मैं यहां बदायूं की जनता के मान, सम्मान व स्वाभिमान के लिए आईं हूं। अगर किसी ने भी इससे खिलवाड़ करने की कोशिश की तो ईंट का जवाब पत्थर से दूंगी। ये आज भी मैं कह रही हूं। उन्होंने कहा कि पांच साल तक पीएम ने गरीबी, पिछड़ों व निचले तबके के लोगों का दुख-दर्द समझकर उनकी समस्याओं को हल किया है। जनता को विकास से जोड़ने का काम किया है। इसलिए लोग मोदी को पसंद कर रहे हैं।
प्रत्याशी नहीं, अब जनता देती है विकास कार्यों का जवाब
गठबंधन के प्रत्याशी व अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव ने पिछले दिनों मंच पर आकर विकास कार्यों पर बात करने की चुनौती दी थी, इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 23 अप्रैल को इसका जवाब देश की जनता देगी। हम प्रत्याशी मंच पर खड़े होकर एक-दूसरे से बात करें या फिर नोकझोक करें, यह उचित नहीं है। क्योंकि आज समय आने पर जवाब जनता देती है। उन्होंने कहा कि विरोधियों को कुछ मिल नहीं रहा है बोलने के लिए इसलिए वार पर वार किए जा रहे हैं। क्योंकि उन्हें अपनी हार का अहसास हो गया है।
मैं बोलने में नहीं, काम करने वालों में हूं
बदायूं से जीतने पर क्या विकास कराएंगी, इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं बोलने में नहीं, काम करने वालों में हूं। पीएम मोदी ने हमेशा बोला नहीं है, उन्होंने दलितों, पिछड़ों की भावनाओं को समझा है और उसे जमीन पर उतारकर विकास करने का कार्य किया है। मैं भी उनकी तरह से विकास कार्य करूंगी।