बंगला नंबर 11 की जमीन पर शासन ने लगाई मुहर, बनेगा ईएसआइ हॉस्पिटल
केंद्र सरकार की तरफ से स्वीकृत रुहेखलंड के पहले ईएसआइ अस्पताल की जमीन के लिए 15 साल से बंद पड़ी इंडियन टरपन टाइन एंड रेजिन (आइटीआर) फैक्ट्री के बंगला नंबर 11 की जमीन पर शासन ने भी मुहर लगा दी है।
बरेली, जेएनएन । केंद्र सरकार की तरफ से स्वीकृत रुहेखलंड के पहले ईएसआइ अस्पताल की जमीन के लिए 15 साल से बंद पड़ी इंडियन टरपन टाइन एंड रेजिन (आइटीआर) फैक्ट्री के बंगला नंबर 11 की जमीन पर शासन ने भी मुहर लगा दी है। अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने कमिश्नर रणवीर प्रसाद को पत्र भेजा है। दोनों तरफ से सड़क के करीब इस जगह को उन्होंने ईएसआइ अस्पताल के लिए मुफीद पाया। बहुत जल्द सौ बेड के अस्पताल के निर्माण की शुरुआत की होगी। आइटीआर की जमीन पर चार दिसंबर 2019 को ईएसआइ अस्पताल बनाने के प्रस्ताव पर स्वीकृति मिली थी।
केंद्रीय मंत्रालय के प्रस्ताव पर आइटीआर फैक्ट्री के अध्यक्ष यानी कमिश्नर रणवीर प्रसाद के कार्यालय ने जमीन की कीमत के तौर पर 56.67 करोड़ रुपये की धनराशि जमा कराने को कहा था। स्वीकृत होने तक दस फीसद अतिरिक्त रकम की मांग हुई, क्योंकि इस भूखंड के दोनों तरफ सड़क है। फरवरी 2020 में ईएसआइसी बोर्ड ने दस फीसद अतिरिक्त धनराशि के आवंटन कर दिया। इस तरह से बजट 63 करोड़ तक पहुंच गया। बजट आवंटन के बाद आइटीआर की जमीन 103 एकड़ में फैली जमीन के बंगला नंबर 10 और 11 के जमीनों पर शासन ने भी मुहर लगा दी है।
62.436 करोड़ का भुगतान मिलने पर कर्मचारियों को होगा फायदा आइटीआर कंपनी लि. के कर्मचारियों के लंबित भुगतान के लिए कंपनी की गाटा संख्या 307, बंगला नंबर 11 में स्थित 18920 वर्ग मीटर भूमि को 33 हजार प्रति वर्ग मीटर की दर से खरीदा जा रहा है। शासन से 62.436 करोड़ रुपये का भुगतान कंपनी को मिलेगा। शासन से आई टीम ने यहां बंगला नंबर 10 और 11 की जमीनों को अस्पताल बनाने के लिए सही माना था। शासन ने बंगला नंबर 11 की जमीन को लिया है।
शासन से बंगला नंबर 11 की जमीन को अस्पताल के लिए ईएसआइ अस्पताल के पक्ष में हस्तांतरित करने के लिए पत्र आया है। बजट पहले ही आवंटित हो चुका है। - रणवीर प्रसाद, कमिश्नर बरेली मंडल