फर्जीवाड़ा करने वाले भी भरेंगें बीपीएड का फॉर्म
बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) में प्रवेश के लिए जिन छात्र-छात्राओं ने फर्जी खेल प्रमाण पत्र लगाए थे,
जागरण संवाददाता, बरेली : बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) में प्रवेश के लिए जिन छात्र-छात्राओं ने फर्जी खेल प्रमाण पत्र लगाए थे, वे सभी गुरुवार से परीक्षा फॉर्म भरेंगे। विवि प्रशासन ने फर्जीवाड़े को नजरंदाज कर उन्हें कोर्स पूरा करने की अनुमति दे दी है। हालांकि, प्रवेश इस फैसले को छात्रों के पक्ष में नहीं मानते। उनका मानना है कि फर्जी प्रमाण प्रकरण भविष्य में संकट बन सकता है क्योंकि खेल प्रमाण पत्रों की अनिवार्यता नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) से तय है।
रुविवि में बीपीएड कोर्स 2015 में शुरू हुआ था। इसकी शुरुआत ही फर्जीवाड़े से हुई। पहले तो विवि ने शासन और राजभवन से अनुमति लिए बगैर इसमें प्रवेश करा दिए। इस बीच जिन विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया, उन्होंने भी फर्जी खेल प्रमाण पत्र लगा दिए। पहले तो यह कोर्स शासन से अनुमति के चक्कर में अधर में फंसा रहा। बाद में एनसीटीई ने छात्रों के खेल प्रमाण पत्र जांचने के निर्देश दिए। स्पष्ट किया है कि जिनके खेल प्रमाण पत्र नहीं होंगे, वे बीपीएड नहीं कर सकते।
जांच में शैक्षिक सत्र 2015-16 और 2016-17 में सैकड़ों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। पहले तो विवि ने सख्ती दिखाई। इनके प्रवेश निरस्त करने का संकेत दिया। अब गत दिनों ने विवि ने फर्जी खेल प्रमाण पत्र वाले प्रवेश भी वैध मान लिए। इसी के आधार पर गुरुवार से बीपीएड के शैक्षिक सत्र 2015-16, 2016-17 और 2017-18 के परीक्षा फॉर्म भरने के लिए वेबसाइट खुल जाएगी। वर्जन
बीपीएड के परीक्षा फॉर्म गुरुवार से भरे जाएंगे। सभी विद्यार्थी फॉर्म भर सकेंगे। इस संबंध में पहले ही निर्णय हो चुका है।
- संजीव कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक रुविवि