फर्जी पाए गए संदिग्ध युवक के दोनों आधार कार्ड, जासूसी का शक bareilly news
मंगलवार को कैंट क्षेत्र से पकड़े गए संदिग्ध नेपाली युवक पर जांच एजेंसियों का शक और गहराता जा रहा है।
जेएनएन, बरेली : मंगलवार को कैंट क्षेत्र से पकड़े गए संदिग्ध नेपाली युवक पर जांच एजेंसियों का शक और गहराता जा रहा है। उसके पास से एक के बाद एक फर्जी कागजात मिलते जा रहे। उसके पास से दो आधार कार्ड बरामद हुए थे, जिन्हें वह अपने बता रहा था। जो कार्ड मुहम्मद मंजर के नाम से बना है, उसमें कार्ड नंबर तो ठीक है मगर फोटो नेपाली युवक के बजाय उससे मिलते-जुलते किसी शख्स की है। पुष्टि होने के बाद अब एटीएस असली मुहम्मद मंजर की तलाश में जुट गई है। वहीं दूसरा आधार कार्ड पूरी तरह से फर्जी है, उसका नंबर सिस्टम में डालने पर कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी।
आर्मी इंटेलीजेंस के हाथों पकड़ा गया नेपाल युवक गूंगा बहरा है। उसके पास से अलग नाम के दो आधार कार्डों के साथ ही एक अलग नाम से संस्था का परिचय पत्र, पेनड्राइव, पासबुक, मोबाइल व कई सिम कार्ड बरामद हुए थे। शनिवार को एटीएस की टीम युवक को अपने साथ ले गई और आधार कार्ड की जांच कराई। जांच में फिंगर प्रिंट, आई टेस्ट आदि की जांच के बाद भी आधार कार्ड की जानकारी नहीं मिली। इस पर आधार कार्डों का नंबर जांचा गया तो मो. मंजर नाम के आधार कार्ड की डिटेल सामने आई, जिसमें उसके पिता का नाम मंसूर, ग्राम निखरैल, पोस्ट-बभनी, पूर्णिया बिहार दर्ज है।
क्या कहते हैं एटीएस इंस्पेक्टर
एटीएस इंस्पेक्टर मंजीत सिंह ने बताया कि नेपाली युवक से मिले पहले आधार कार्ड से उसका फोटो मैच नहीं कर रहा। दूसरा आधार कार्ड भी फर्जी तरह से बनाया गया है। मो. मंजर है कौन इसकी तलाश कराई जा रही है।
कैंट पुलिस कराएगी मेडिकल
युवक के दिव्यांग होने पर भी पुलिस को शक है, इसलिए उसका मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा। ताकि पता चल सके कि वह असल में गूंगा-बहरा है या ऐसा होने का नाटक कर रहा है। इसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क साधा गया है।
निष्कर्ष निकालने में जुटी जांच एजेंसियां
पकड़े गए संदिग्ध युवक से पुलिस, आर्मी इंटेलीजेंस, एटीएस, एलआइयू आदि एजेंसियां पूछताछ कर चुकी हैं। अब तक की जांच में जो तथ्य सामने आए उसे लेकर सभी एजेंसियों ने रविवार को एक साथ बैठक की। इसमें युवक को लेकर निष्कर्ष निकालने की कवायद चलती रही। अंत में सभी ने इस मामले में कुछ और समय देने की बात कहकर जांच जारी रखना तय किया।