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भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले, लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र को भी भेजा जाए जेल

BKU Leader Rakesh Tikait on Lakhimpur Kheri Case भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के बेटे अशीष मिश्र मोनू की गिरफ्तारी हो गई है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 04:40 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 04:40 PM (IST)
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले, लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र को भी भेजा जाए जेल
पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र के गुरुद्वारे में किसानों को संबोधित करते भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत

बरेली, जेएनएन। BKU Leader Rakesh Tikait on Lakhimpur Kheri Case : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के बेटे अशीष मिश्र मोनू की गिरफ्तारी हो गई है। अब इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र को पद से बर्खास्त किया जाए। साथ ही उनको जेल भेजा जाए। जब तक ये दोनों मांगें पूरी नहीं होती, तब तक किसान संगठनों का आंदोलन जारी रहेगा। सोमवार को अपराह्न करीब दो बजे लखीमपुर खीरी जाते समय भाकियू नेता टिकैत पीलीभीत शहर के बांसुरी चौराहेे पर कुछ देर के लिए रुके। इस दौरान उन्होंने कार में बैठे बैठे ही मीडिया प्रतिनिधियों से संक्षिप्त वार्ता की।

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इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान संगठनों की ओर से 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत होगी। लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा के लिए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री पूरी तरह से जिम्मेदार हैं, जब तक उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करके जेल नहीं भेजा जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इसके बाद गाड़ियों के काफिले के साथ वह पूरनपुर रवाना हो गए। पूरनपुर में हाईवे पर ही स्थित गुरुद्वारा के सामने ढाबा पर रुके किसान नेता का पहले से ही मौजूद तमाम कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

टिकैत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के आंदोलन को भी मजबूत बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आंदोलन के साथ ही अपने घर-परिवार को भी देखें। अफवाहों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि हमें किसी से उलझना नहीं है। अपने आंदोलन को मजबूती से जारी रखना है। कहा कि खीरी की हिंसा में जो किसान मौत का शिकार हुए, उनकी अस्थियां लेकर पूरे देश में भ्रमण करके किसानों को जागरूक करेंगे। 


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