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भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने सीएम को लिखा पत्र, बोले- बरेली के लोगों को हो रही श्वास और फेफडे़ की बीमारी

भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि बरेली के बाशिंदे श्वास और फेफड़ें से संबंधित रोगों का शिकार हो रहे है। इसकी मुख्य वजह उन्होंने अमृत योजना के तहत डल रही सीवर ट्रंक लाइन को बताया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 07:46 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 02:01 PM (IST)
भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने सीएम को लिखा पत्र, बोले- बरेली के लोगों को हो रही श्वास और फेफडे़ की बीमारी
भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने सीएम को लिखा पत्र

बरेली, जेएनएन। शहर में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन प्रोजेक्ट की ट्रंक लाइन बिछाने में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां हो रही हैं। इन्हें उजागर करते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और कैंट विधायक राजेश अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पीली ईंट के इस्तेमाल, मिट्टी की भराई से लेकर तमाम कमियां गिनाते हुए पूरे महकमे को कठघरे में खड़ा किया है। जल निगम की कछुआ चाल से परेशान होकर उन्होंने डीएम नितीश कुमार को भी शनिवार को फोन करके नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि शासन से जांच होनी चाहिए, ताकि आम आदमी के टैक्स से होने वाले इन निर्माणों में चंद अधिकारी बंदरबांट न कर सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री से जांच कराकर दोषियों को दंडित कराने के लिए कहा।

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भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल का आवास कालीबाड़ी में है। उनके घर के ठीक सामने की सड़क पर जलनिगम ने खोदाई की। श्यामगंज चौराहे से पटेल चौक तक सीवर ट्रंक लाइन बिछाने की शुरुआत मार्च, 2020 में की गई। यहां अब भी दिनभर धूल का गुबार उड़ता नजर आता है। ऊबड़-खाबड़ सड़क पर हादसे होते रहते हैं। बारिश होने पर हालात और खतरनाक होते हैं।

राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि यहां सड़क जनवरी, 2021 तक नहीं बन सकी है। पहले सड़क पर वाहनों की आवाजाही ज्यादा रहती थी। अब सड़क खराब होने से मजबूरी में ही लोग आते हैं। धूल-मिट्टी से जनजीवन प्रभावित है। बस्ती के बाशिंदो को श्वास रोग और फेफड़ों की बीमारी होने लगी है। यह बड़ी समस्या है।

मिट्टी की जगह भर दी रेत, सड़कें टूटेंगी : उन्होंने आरोप लगाए कि जलनिगम की मिलीभगत से मिट्टी से भरान हो रहा है। जबकि ह्यूम पाइप के गड्ढे में पहले रेत भरी जाती है। फिर मिट्टी का भरान होता है। जो यहां नहीं हो रहा है। इन हालात में सड़कें टूटेंगी और आम आदमी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। एक बार फिर लोगों को दिक्कत उठानी पड़ेगी।

पीने के पानी की लाइन पर बन रहा सेफ्टी टैंक : राजेश अग्रवाल ने पत्र में लिखा है कि पीने के पानी की लाइन के ऊपर सेफ्टी टैक जलनिगम बना रहा है। इसमें पीली ईंट का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसी ईंटें जल्दी टूटती हैं। उन्होंने कहा कि इससे इन्कार नहीं है कि भविष्य में सीवर की गंदगी पीने के पानी को दूषित करेगी।

ठेकेदार कर रहे निर्माण में मनमानी : शहर में ट्रंक सीवर लाइन बिछाने को लेकर हो रही सड़कों की खोदाई में गाजियाबाद के ठेकेदार की मनमानी चल रही है। ऊंची पकड़ होने के कारण वह नियमों की अनदेखी कर सड़कों की खोदाई करवा रहे हैं। ठेकेदार की ऊंची पहुंच के चलते यहां जल निगम के अधिकारी भी बेबस साबित हो रहे हैं। 


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