भाजपा के इशारे पर हुई बिजेंद्र की गिरफ्तारी
बरेली (जेएनएन)। महिला बीडीसी मेंबर से छेड़खानी, मारपीट व उसके पति के अपहरण के मामले में
बरेली (जेएनएन)। महिला बीडीसी मेंबर से छेड़खानी, मारपीट व उसके पति के अपहरण के मामले में गिरफ्तार हुए बिजेंद्र को लेकर रात भर थाने में गहमा-गहमी का माहौल रहा। सुबह होते ही सपा के दिग्गज नेताओं का थाना में आना-जाना शुरू हो गया। पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार, जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव और पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह उनसे बात करने पहुंचे।
रविवार दोपहर इज्जतनगर पुलिस ने बिजेंद्र को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। सोमवार को कोर्ट में उनकी जमानत पर सुनवाई होगी। सपा नेताओं ने पुलिस पर भाजपा नेताओं के इशारे पर कार्रवाई का आरोप लगा, हालांकि पुलिस विधिक राय के बाद ही गिरफ्तारी की बात कही है।
बता दें कि बिथरी ब्लॉक प्रमुख के चुनाव से कुछ दिन पहले इज्जतनगर क्षेत्र में रहने वाली महिला बीडीसी मेंबर ने बिजेंद्र सिंह, संदेश कन्नौजिया समेत छह लोगों पर घर में घुसकर छेड़खानी, मारपीट व उसके पति के अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने तहरीर के बाद भाजपा नेताओं के दबाव में मुकदमा दर्ज कर लिया था। उसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी थी। हालांकि इस दौरान एक मंत्री के फोन के बाद पुलिस ठंडी पड़ गई थी। बिथरी ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले अचानक अगवा हुआ बीडीसी मेंबर का पति एसपी सिटी ऑफिस पहुंचा और कहा कि उसका अपहरण बिजेंद्र ने अपहरण नहीं किया था। बल्कि वह अपनी मर्जी से गया था। जिसके बाद नौ मार्च को हुए चुनाव में बिजेंद्र ने भाजपा को करारी शिकस्त दी थी।
चुनाव के बाद अधिकारियों ने क्यों नहीं की थी गिरफ्तारी
चर्चा है कि गिरफ्तारी के पीछे भाजपा नेता व कुछ अधिकारी हैं। बिजेंद्र ने यदि उस युवक को अगवा किया थ जो चुनाव के दिन या जब बिजेंद्र जीतकर बाहर आए तो उस वक्त मौजूद अधिकारियों ने उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की थी। आरोप है कि भाजपा नेताओं के दबाव में शनिवार देर रात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है।