बरेली की स्मार्ट सिटी सड़कों की पोल खुली: डेढ़ किमी सड़क में डेढ़ सौ गड्ढे, अधिकारी बना रहे बहाने
बरेली स्मार्ट सिटी में चौपुला पुल से किला पुल तक डेढ़ किमी सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं। करीब डेढ़ सौ गड्ढों की वजह से वाहन चालकों को दुर्घटना का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी गड्ढे भरने का दावा करते रहे, लेकिन ठोस निर्माण टेंडर प्रक्रिया में अटका हुआ है।
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टूटी सड़क
जागरण संवाददाता, बरेली। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का ढोल पीटा जा रहा है, लेकिन नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं। तीन जिलों से जुड़ाव रखने वाला सिटी स्टेशन रोड पर चौपुला पुल से किला पुल के बीच डेढ़ किमी की दूरी में करीब डेढ़ सौ गड्ढ़े हैं। सड़क जर्जर होने के कारण इस रोड पर वाहनों की रफ्तार मंद पड़ जा रही है।
जन प्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक का इस रोड पर आवागमन बना रहता है, लेकिन इस सड़क की दुर्दशा की तरफ किसी की नजर नहीं जाती। शुक्रवार को जागरण टीम ने इस रोड का जायजा लिया तो इसी तरह के हालात दिखाई दिए। वाहन चालकों को गड्ढ़ों से बचकर निकलने में मशक्कत करनी पड़ रही थी।
चौपुला पुल से उतरकर सिटी स्टेशन की तरफ बढ़ने पर पुल के निकट गड्ढ़े भरवाए गए हैं, लेकिन सड़क समतल नहीं कराई गई है। इससे वाहन हिचकोले खाते दिखाई पड़ रहे थे। सिटी स्टेशन के सामने गहरे-गहरे गड्ढ़े बन गए हैं। इससे आगे बढ़ने पर गड्ढ़ों का आकार बड़ा दिखाई पड़ने लगता है। स्टेशन से थोड़ा आगे बढ़ने पर सड़क उखड़ चुकी है। बजरी पर वाहन फिसल रहे हैं।
आधे-आधे फीट तक के गड्ढ़े दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सड़कों को गड्ढामुक्त कराने का दावा तो कर रहे हैं, लेकिन सिटी स्टेशन रोड पर सर्दी के मौसम में भी धुल के गुबार उड़ रहे हैं। कार चालक तो शीशा बंद करके निकल जा रहे हैं, लेकिन टेंपो, ई-रिक्शा और बाइक पर निकलने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क किनारे के दुकानदारों और अस्पताल संचालकों के लिए भी जर्जर सड़क मुसीबत बनी हुई है। हालांकि किला पुल से चौपुला पुल की तरफ वापसी करने वाली दूसरी साइड की सड़क का कुछ हिस्सा पहले का सीसी बना हुआ है, उसकी स्थिति अभी भी ठीक दिख रही है। स्थानीय लोग बताते हैं कि चार महीना पहले कांवड़यात्रा से पहले ही सड़क टूट गई थी, तब गड्ढ़े भरवाए गए थे, लेकिन बरसात में स्थिति और खराब हो गई।
लोक निर्माण विभाग तीन बार गड्ढ़े भरवा चुका है, लेकिन सड़क का निर्माण अभी तक नहीं कराया जा सका है। बताया जा रहा है कि नगर निगम के राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनकैप) के तहत पांच करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराने के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है।
सिटी रोड पर अभियान चलाकर तीन बार गड्ढ़े भरवाए जा चुके हैं। नगर निगम के राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनकैप) के तहत पांच करोड़ रुपये की लागत बनवाया जाएगा। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। टेंडर फाइनल होने के बाद निर्माण शुरू कराया जा सकेगा।
- भगत सिंह, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी
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