बरेली के 300 बेड कोविड हास्पिटल में खुला बंद कमरे का दरवाजा, हैरान रह गए अफसर
Bareilly 300 Bed Hospital अस्पताल परिसर में एक कमरे में कई महीनों से करीब 150 चादरें बंद पड़ी खराब हो रही थीं। अस्पताल के बंद पड़े कमरों को साफ-सफाई के लिए खोला गया तो असल माजरा सामने आया। पीडियाट्रिक ड्रिप सेट और पीपीई गाउन भी मिले हैं।
बरेली, जेएनएन। Bareilly 300 Bed Hospital : घर में छोरा और बगल में ढिंढोरा... कहावत को चरितार्थ करने का माजरा रविवार को 300 बेड अस्पताल में नजर आया। अस्पताल में चादर, मरीजों के लिए भोजन एवं अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराने की मांग की थी, लेकिन अस्पताल परिसर में ही एक कमरे में कई महीनों से करीब 150 चादरें बंद पड़ी खराब हो रही थीं। अस्पताल के बंद पड़े कमरों को साफ-सफाई के लिए खोला गया तो असल माजरा सामने आया। इसके अलावा पीडियाट्रिक ड्रिप सेट और पीपीई गाउन भी मिले हैं।
300 बेड अस्पताल में यूं तो भर्ती मरीजों की संख्या बेहद कम है, फिर मरीजों के बेड पर बिछाने वाली चादरों की कमी थी। इसे लेकर कर्मचारियों ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को बताया। उन्होंने भी जरूरत के लिहाज से जरूरी सामान भेज दिया। अब 300 बेड अस्पताल को हैंडओवर किया जाना है। इससे पहले वहां पर साफ-सफाई का कार्य किया जाना है। इस वजह से जब कमरों को चेक किया गया तो इमरजेंसी के पास एक कमरे में ताला पड़ा था।
जब बंद कमरे खुलवाए गए तो एक कमरे में 150 चादरें, 100 पीड्रियाट्रिक ड्रिप सेट और करीब 20 पीपीई गाउन मिले। इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. सतीश चंद्रा का कहना है कि कमरे में ताला पड़ा था, जिसे खोलकर देखा गया तो पीपीई गाउन, चादर और पीडियाट्रिक ड्रिप सेट वहां पर पड़े थे। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को जानकारी दे दी गई है।
आखिर किसने किया यह, बना सवाल
अस्पताल प्रभारी की ओर से जिन चादराें के लिए मांग पत्र भेजा गया, वही चादरें वहां पर 150 पहले से मौजूद हैं। आखिर यह किसने किया, यह बड़ा सवाल है। कहीं ऐसा करके अस्पताल की छवि धूमिल करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर भी अस्पताल परिसर में खासी चर्चा रही।