Bareilly University : रुहेलखंड यूनिवर्सिटी ने नहीं बदला शेड्यूल, जन्माष्टमी पर देनी होगी स्नातक छात्रों को परीक्षा
Rohilkhand Univesity Exam on Shri Krishna Janmastami सार्वजनिक अवकाश के कैलेंडर में जन्माष्टमी (Janmastami 2022) की छुट्टी पहले 18 अगस्त को थी। इसे देखते हुए विवि ने स्नातक की मुख्य परीक्षा का जारी शेड्यूल में 18 अगस्त का अवकाश रखते हुए 19 अगस्त को परीक्षा रखी थी।
बरेली, जागरण संवाददाता। Rohilkhand Univesity Exam on Shri Krishna Janmastami : सार्वजनिक अवकाश के कैलेंडर में जन्माष्टमी (Janmastami 2022) की छुट्टी पहले 18 अगस्त को थी। इसे देखते हुए विवि ने स्नातक की मुख्य परीक्षा का जारी शेड्यूल में 18 अगस्त का अवकाश रखते हुए 19 अगस्त को परीक्षा रखी थी।
शासन द्वारा 19 अगस्त को छुट्टी घोषित किए जाने से अब छात्रों को जन्माष्टमी के दिन परीक्षा देनी होगी। विश्वविद्यालय (Rohilkhand University) के परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह ने बताया कि 19 अगस्त को अवकाश घोषित किया गया है, लेकिन परीक्षा यथावत अपने पूर्व निर्धारित शेड्यूल पर ही होगी। 19 अगस्त को प्रथम पाली में कोई परीक्षा नहीं है।
द्वितीय पाली में व्यक्तिगत (प्राइवेट) बीए द्वितीय वर्ष के छात्रों का पर्यावरण शिक्षा का अनिवार्य पेपर है। इसमें केवल बरेली कालेज में ही 5400 छात्रों को परीक्षा देनी है। वहीं तीसरी पाली में बीए तृतीय वर्ष का इतिहास प्रथम का पेपर है। इसी प्रकार इसी पाली में बीएससी तृतीय वर्ष का रसायन विज्ञान का तीसरा पेपर होना है।
विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डा. अमित सिंह ने भी स्पष्ट किया है कि 19 अगस्त को पूर्व निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक ही परीक्षा अनिवार्य रूप से होगी। वहीं विश्वविद्यालय के इस आदेश पर बरेली कालेज के प्राचार्य प्रो. ओपी राय ने परीक्षा ड्यूटी में लगे सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के आदेश दिए हैं।
परीक्षा ड्यूटी लगाने में पक्षपात का आरोप
बरेली कालेज में इन दिनों स्नातक व परास्नातक की मुख्य परीक्षाएं हो रही हैं। इसमें बाहर के ओटीएस (कक्ष निरीक्षक) भी ड्यूटी कर रहे हैं। उनका कहना है की तृतीय पाली की परीक्षा में पेपर छोटे रह गए हैं, इसलिए कार्ड देख कर ड्यूटी लगायी जाती है। आरोप है कि इस कार्य में पक्षपात किया जा रहा है।
ओटीएस ने बताया कि प्रथम और द्वितीय पाली की परीक्षा में ऐसा नहीं होता है। इस बात को लेकर बुधवार को तृतीय पाली की प्रभारी से बहस भी हुई, लेकिन कार्रवाई किए जाने की जगह उनकी शिकायत भी नहीं सुनी।