Bareilly Top News : सिर्फ एक क्लिक कीजिए और पढ़िए बरेली की दिन भर सुर्खियों में रहने वाली बड़ी खबरें
Bareilly Top News बरेली में नौकरी से निकाले गए चालक खाेलेंगे राज जांच में लिया जाएगा सहारा। उपभोक्ता आयोग के आदेश से खुली बरेली के काराेबारी की किस्मत मिले 27 लाख। बरेली में स्वास्थ्य विभाग का एक्शन सील किए तीन और क्लीनिक अन्य को दी चेतावनी
बरेली, जेएनएन। Bareilly Top News :
बरेली में नौकरी से निकाले गए चालक खाेलेंगे राज, जांच में लिया जाएगा सहारा
एंबुलेंस फर्जीवाड़े में अब नया मोड़ आ गया है। इस पूरे मामले की जांच में बीते दिनों एंबुलेंस सेवा से निकाले गए कर्मचारियों से सहयोग लिया जाएगा। एडी हेल्थ का कहना है कि निकाले गए कर्मचारी इस मामले में सही जानकारी दे सकते हैं। एंबुलेंस में फर्जीवाड़े को लेकर शासन तक कई शिकायतें पहुंची थी।बताया गया कि एंबुलेंस चालक मरीजों को लाने-ले जाने में फर्जीवाड़ा करते है।जब वहां पर हर जिले से भेजे गए डाटा को चेक किया गया तो आंकड़ों ने अधिकारियों को चौंका दिया।जिसके बाद महानिदेशक परिवार कल्याण ने 102 और 108 एंबुलेंस संचालित कंपनी पर जांच बैठा दी। कई जिलों से फरवरी, मार्च और अप्रैल के डाटा का सत्यापन कराने की बात कही जिसमें बरेली भी शामिल है।
उपभोक्ता आयोग के आदेश से खुली बरेली के काराेबारी की किस्मत, मिले 27 लाख
सलीम मियां को अंदाजा नहीं था कि जिस माल को उन्होंने अपनी आंखों के सामने जलकर राख होते देखा उसकी कीमत उन्हें वापस मिल जाएगी लेकिन, यह सच साबित हुआ। व्यापारी को सिर्फ 24 माह के अंदर ना केवल सामान की पूरी कीमत मिली बल्कि बीमा कंपनी को अतिरिक्त मुआवजा व मुकदमा खर्च भी अदा करना पड़ेगा। यह आदेश शुक्रवार को जिला उपभोक्ता आयोग ने जारी किया है।सलीम मियां का वर्ष 2019 में ईंट पजाया चौराहा पर केन फर्नीचर का कारोबार था। सात अक्टूबर 2019 की रात गोदाम में आग लग गई। उनकी आंखों के सामने गोदाम में रखा सारा सामान धूं-धूं कर जल गया।
बरेली में स्वास्थ्य विभाग का एक्शन, सील किए तीन और क्लीनिक, अन्य को दी चेतावनी
बरेली का स्वास्थ्य विभाग अब तेजी से अवैध अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई में जुटा हुआ है।11 अस्पताल सील करने के बाद विभाग ने तीन अस्पताल सील कर दिए है। यह अस्पताल भी मानकों को विरुद्ध संचालित किए जा रहे थे।फतेहगंज पश्चिमी में डाक्टरों की टीम जब सोरहा में डाक्टर फारुख की क्लीनिक का निरीक्षण किया। संचालकों पर अस्पताल संचालन के लिए कोई वैध कागजात नहीं थे। जिसकी वजह से उसे सील कर दिया गया। इसके बाद अगरास गांव के पैथोलाजी लैब पहुंचे। यहां पर बायो मेडिकल वेस्ट नियमों के विरुद्ध फेंका गया था। उसे चेतावनी जारी की गई है।
बरेली में युवा हो रहे वहम की बीमारी का शिकार, अस्पताल में आ रहे सोमेटोफोम डिसआर्डर के मरीज
बरेली बात-बात पर इंटरनेट का उपयोग किस तरह बीमार बना रहा, ये तीन उदाहरण इसका प्रमाण है। मनोचिकित्सक बताते हैं कि सामान्य बीमारी पर भी वीडियो देखकर खुद ही उपचार का प्रयास वहम पैदा कर रहा । चिकित्सक इसे सोमेटोफोम डिसआर्डर बताते हैं। कोरोना काल से पहले सप्ताह में एक-दो मरीज आते थे। अब प्रतिदिन एक मरीज जिला अस्पताल के मनकक्ष पहुंच रहा।मनोचिकित्सक डा. आशीष बताते हैं कि सोमेटोफोम डिसआर्डर में मरीज को जो दृश्य बार-बार दिखाई या जो बात सुनाई देती है, वह उसे अपने भी महसूस होने लगती है।
बरेली कैंट विधायक ने विधानसभा में उठाई एम्स स्थापित करने की मांग बाेले- शहर में ही मिल सके अच्छा इलाज
कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने गुरुवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए बरेली में एम्स की स्थापना की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि नाथ नगरी बरेली से लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिल्ली के महंगे अस्पतालों में जाना पड़ता है। एम्स की स्थापना होने से गम्भीर मरीजों को बरेली में ही इलाज मिल सकेगा।मीरगंज विधायक डा. डीसी वर्मा, फरीदपुर विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल, बिथरीचैनपुर विधायक डा. राघवेंद्र शर्मा ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें एम्स की शीघ्र स्थापना के लिए पत्र सौंपा।