बरेली स्टेडियम के स्वीमिंग पूल में अब मिलेंगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं
स्वीमिंग पूल तैराकों के लिए पिछले काफी समय से परेशानी का सबब बना था। हालात ये थे कि पानी में काई तक जम जाती थी। लेकिन अब स्वीमिंग पूल की सूरत बदलने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए शासन से भारी-भरकम फंड भी पास हो चुका है।
बरेली, जेएनएन। स्टेडियम के स्वीमिंग पूल (तरणताल) को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए 2.62 करोड़ रुपये का बजट भी पास हो गया है। स्वीमिंग पूल तैराकों के लिए पिछले काफी समय से परेशानी का सबब बना था। हालात ये थे कि पानी में काई तक जम जाती थी। लेकिन अब स्वीमिंग पूल की सूरत बदलने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए शासन से भारी-भरकम फंड भी पास हो चुका है।
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी (आरएसओ) विजय कुमार ने बताया कि इस बार स्वीमिंग पूल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाया जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग मद को मिलाकर बजट पास हुआ है। यही नहीं स्वीमिंग पूल की कई बुनियादी सुविधाएं भी बदली गई हैैं। पहले जहां दोनों स्वीमिंग पूल के लिए एक ही फिल्टर प्लांट था। लेकिन अब दोनों तरणताल के लिए अलग-अलग प्लांट लगाए जाएंगे। ये फिल्टर प्लांट भी अत्याधुनिक तकनीक युक्त होंगे। इसके अलावा टूटी पाइपलाइन, नालियां भी ठीक होंगी। वहीं, टाइल्स भी बदले जाएंगेे, जो पूरी तरह फिसलन से मुक्त होंगे। मार्च तक स्वीमिंग पूल का आधुनिकीकरण हो जाएगा। जिससे अप्रैल में जिले के तैराक नया अनुभव ले सकें।
लर्निंग पूल
स्पोट्र्स स्टेडियम में एक लर्निंग पूल बना है। इसकी लंबाई 15 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर है। पूल की न्यूनतम गहराई दो फीट और अधिकतम गहराई छह फीट है। इस पूल का उपयोग बच्चे और तैराकी की शुरुआत में किया जाता है।
एडवांस पूल
स्टेडियम में एक एडवांस पूल भी है। इस पूल की लंबाई 50 मीटर और चौड़ाई 21 मीटर है। पूल की न्यूनतम गहराई छह फीट और पूल अधिकतम 18 फीट गहरा है। यह पूल ट्रेंड तैराक, तैराकी प्रतियोगिता और डाइविंग के लिए उपयोग में लाया जाता है।