Bareilly Qutubkhana Flyover : केंद्रीय मंत्री के सुझाव पर दोबारा होगा सर्वे, मेट्रो जैसे पतले पिलर पर खड़ा होगा फ्लाईओवर
Bareilly Qutubkhana Flyover कई मुद्दों पर खींचतान के बाद तय हुआ कि कुतुबखाना फ्लाईओवर वाईशेप बनाने के लिए दोबारा सर्वे होगा। वहीं सुभाषनगर पुलिया पर ओवरब्रिज की फाइल अपने साथ लेकर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार दिल्ली रवाना हो गए।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Qutubkhana Flyover Issue : व्यापारियों की खिलाफत के बावजूद कुतुबखाना फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल करने के बाद रविवार को सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। कई मुद्दों पर खींचतान के बाद तय हुआ कि कुतुबखाना फ्लाईओवर वाईशेप बनाने के लिए दोबारा सर्वे होगा। वहीं सुभाषनगर पुलिया पर ओवरब्रिज की फाइल अपने साथ लेकर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार दिल्ली रवाना हो गए।
कुतुबखाना में फ्लाईओवर निर्माण पर कुछ व्यापारियों की आपत्ति है। सर्किट हाउस में कमिश्नर रणवीर प्रसाद, नगर आयुक्त अभिषेक आनंद के साथ सेतु निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक फ्लाईओवर के फाइनल हुए प्रोजेक्ट और व्यापारियों के मुद्दों पर हुई। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, महापौर डॉ. उमेश गौतम, भाजपा महानगर अध्यक्ष डॉ. केएम अरोड़ा, गुलशन आनंद के सामने अधिकारियों ने लैपटॉप और कागज के नक्शे रखे।
इस पर जनप्रतिनिधि गुस्साए। बोले- आपने थ्री-डी इमेज से प्रोजेक्ट समझाने के लिए बुलाया था। अब कागज के नक्शे पर कितनी चर्चा हो सकेगी। अधिकारियों ने समझाया कि थ्री-डी इमेज का मैप तैयार नहीं हो सका। अगली बैठक में थ्री-डी इमेज देखकर चर्चा हो जाएगी। तब जनप्रतिनिधि शांत हुए।
कागज के मैप पर पुल कोहाड़ापीर से शुरू होकर कोतवाली वाली सड़क पर गिरता हुआ नजर आ रहा था। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने पूछा कि आपने पहले वाई शेप पुल के लिए कहा था। अब बिहारीपुर की तरफ क्यों नहीं एक हिस्सा गिराया जा रहा है। चौपुला ओवरब्रिज पहले बनवाते हुए यही लापरवाही हुई थी। वाई शेप को बदलवा दिया गया, अब वर्षों के बाद वहां दोबारा वाई शेप पुल बनाया जा रहा है। क्या आदमी के टैक्स के फंड की बर्बादी नहीं हो रही है।
महापौर उमेश गौतम ने समर्थन करते हुए कहा कि बार-बार निर्माण से परेशानी तो व्यापारियों को ही होगी। भाजपा नेता गुलशन आनंद ने कहा कि कुतुबखाना पर सन 1947 के बंटवारे वाले व्यापारियों की दुकानें हैं। आप 15 महीने में पुल बनाने के लिए कह रहे है, लेकिन कई उदाहरण है कि टेंडर प्रकिया दो-दो बार करनी पड़ती है। यानी 45 दिन के एक टेंडर के हिसाब से इसी में 90 दिन लगेंगे। फिर बारिश का सीजन आने वाला है। व्यापारी क्या करेगा। लालफाटक, चौपुला जैसा हाल यहां भी न हो जाए।
सुभाषनगर स्थित पुलिया पर ओवरब्रिज का मसला भी उठा
बैठक में सुभाषनगर पुल के प्रोजेक्ट का मुद्दा भी उठा। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार की मजबूत पैरवी सुभाषनगर पुल के लिए भी हुई थी। अधिकारियों ने उन्हें नक्शा और प्रोजेक्ट फाइल दिखाई, लेकिन वह भी वाट्सएप पर मंगवाने के बाद। इस प्रोजेक्ट की हार्ड कॉपी को केंद्रीय मंत्री रविवार रात अपने साथ लेकर दिल्ली रवाना हुए है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट पास करवा लिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने ली चुटकी, बोले- मेरी भी दुकान है वहां
अधिकारियों ने कहा कि व्यापारियों से हमारी कई बार वार्ता हो चुकी है। वह रजामंद हो चुके हैं। इसपर चुटकी लेते हुए केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि क्या बात करते हैं। मेरी खुद की पुश्तैनी दुकान है वहां। मुझसे तो कोई मिलने ही नहीं आया। इस पर अधिकारी एक-दूसरे के चेहरे देखने लगे। जनप्रतिनिधियों के कहने पर कुतुबखाना पर वाई शेप पुल बनाने के लिए दोबारा सर्वे कराने पर सहमति बनी है।
मेट्रो सरीखे पतले पिलर पर खड़ा होगा कुतुबखाना फ्लाईओवर, डिजाइन बनकर तैयार
बरेली : कुतुबखाना फ्लाईओवर आसानी से बन जाए और व्यापारियों को भरपूर सहूलियत भी रहे, इसके लिए अधिकारी लगातार कसरत कर रहे हैं। अब पुल के पिलर को दिल्ली के मेट्रो लाइन की तरह बनाने पर विचार किया जा रहा है। इससे कम जगह पर ही पिलर बन जाएगा और बाजार के लिए अतिरिक्त जगह भी उपलब्ध होगी। सेतु निगम के इंजीनियर और बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के तकनीकी स्टाफ पुल के पिलर का डिजाइन बना रहे हैं। फ्लाईओवर का डिजाइन नोएडा से तैयार करा चुका है।