Bareilly News: बरेली में जिन्हें लोगों को बचाना है, वह खुद सुरक्षित नहीं, पढ़िए ये खास रिपाेर्ट
Bareilly News मौसम विभाग के अनुसार इसी हफ्ते में प्री मानसून की संभावना है। इसके करीब 15 दिनों बाद मानसून दस्तक दे सकता है। बारिश के बाद हुए जलभराव के कारण मलेरिया के मच्छरों का लारवा पनपने लगेगा और फिर चिकनगुनियां और मलेरिया के केस बढ़ना शुरू हो जाएंगे।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Health News : मौसम विभाग के अनुसार इसी हफ्ते में प्री मानसून की संभावना है। इसके करीब 15 दिनों बाद मानसून दस्तक दे सकता है। बारिश के बाद हुए जलभराव के कारण मलेरिया के मच्छरों का लारवा पनपने लगेगा और फिर चिकनगुनियां और मलेरिया के केस बढ़ना शुरू हो जाएंगे। मगर हैरत की बात है कि जिला अस्पताल का मलेरिया विभाग खुद ही इस बीमारी से बचाव नहीं कर पा रहा। ऐसे में जिले की जिम्मेदारी कैसे संभाली जाएगी। विभाग की बिल्डिंग में ऐसी कई जगह है जहां पर मच्छरों का लारवा आसानी से पनप सकता है। बावजूद इसके अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए गए।
जिला अस्पताल में शव गृह के पीछे एक पुरानी बिल्डिंग में मलेरिया डिपार्टमेंट है। वहां पर कई जगहों खाली टायर पड़े हुए है, एक खाली ट्रक खड़ा हुआ है, कई नाले चोक पड़े है। यह सब वो जगह है जहां पर बारिश का पानी आसानी से एकत्र हो सकता है। बाद में इसी भरे हुए पानी में मच्छरों का लारवा पनपेगा और लोगों को संक्रमित करेगा। मगर विभागीय अधिकारियों का अभी तक इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जिस पर जिले से मलेरिया भगाने की जिम्मेदारी वह खुद मलेरिया की चपेट में आ सकता है।
पिछले वर्ष दो हजार से अधिक थे केस
सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष जिले में मलेरिया के कुल 2362 केस थे। जबकि डेंगू से पीड़ित होने वालों की संख्या 595 थी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिले में पिछले दो-तीन वर्षों से मलेरिया की वजह से किसी की भी मौत नहीं हुई है। इस वार अधिकारी पूरी तैयारियों का दावा कर रहे है।
कैसे फैलता है मलेरिया
मलेरिया, प्लाज्मोडियम नाम के पैरासाइट से होने वाली बीमारी है। यह मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है। ये मच्छर गंदे पानी में पनपता है। अधिकांश बारिश के मौसम यह ज्यादा फैलता है। आमतौर पर मलेरिया के मच्छर रात में ही ज्यादा काटते हैं। मलेरिया होने के बाद इंसान को तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टियां होना, शरीर में दर्द होना, ठंड लगना जैसे लक्षण उत्पन्न होने लगते है।
मलेरिया से बचाव के उपाय
मलेरिया से बचाव का सबसे अच्छा बचाव यही है कि मच्छरों को ना कटाने दें। इसी के साथ घर के आस-पास गंदगी और पानी इकठ्ठा न होने दें। बारिश शुरू होने से पहले ही घर के पास की नालियों की सफाई और सड़कों के गड्ढे आदि भरवा लें । घर के आस-पास समय-समय पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाते रहें।
ऐसा नहीं होना चाहिए, ऐसी कोई जगह नहीं हो जहां पानी भर सके। मलेरिया डिपार्टमेंट के अधिकारियों को साफ सफाई कराने के लिए निर्देशित किया जाएगा। - डा. हरपाल सिंह, एसीएमओ।