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Bareilly News: भारतीय दूतावास ने समझा बरेली की मां का दर्द, दो माह बाद आया बेटे का शव, पढ़िए खास रिपोर्ट

Bareilly News अपने कलेजे के टुकड़े का शव देखने के लिए तड़प रही बरेली की मां का दर्द भारतीय दूतावास ने समझा। उसने सात समंदर पार से उसके बेटे का शव भारत भिजवा दिया। जाे दो माह से फ्रीजर में रखा था।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 03:55 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 03:55 PM (IST)
Bareilly News: भारतीय दूतावास ने समझा बरेली की मां का दर्द, दो माह बाद आया बेटे का शव, पढ़िए खास रिपोर्ट
Bareilly News: भारतीय दूतावास ने समझा बरेली की मां का दर्द, दो माह बाद आया शव, पढ़िए खास रिपोर्ट

बरेली, जेएनएन। Bareilly News : पिछले दो माह से अपन कलेजे के टुकड़े का शव देखने के लिए तड़प रही बरेली की मां का दर्द भारतीय दूतावास ने समझा। सात समंदर पार से बेटे के शव को मंगवाने के लिए दर-दर भटक रही मां की इच्छा पूरी कर दी। उसने दो माह से फ्रीजर में रखे बेटे के शव को भारत मंगवा दिया है। जिसके बाद मां की बेटे का शव देखने की इच्छा पूरी हो सकेगी। बेटे के शव के लिए तड़प रही ये दर्द भर दास्तां उत्तर प्रदेश के बरेली में रहने वाली मीना की है। जिसका बेटा अपनी मां की तकलीफें दूर करने के लिए सउदी गया था।

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घर की माली हालात सुधारने गया था सउदी

सराय खाम मोहल्ले में रहने वाला शाहबाज पिता की मौत के बाद मां मीना का जीवन अच्छा गुजरे इसके लिए वह सऊदी गया था।घर की माली हालत बदलने को सउदी जाने का फैसला किया।एजेंट से संपर्क कर वह सऊदी चला गया।लेकिन सऊदी पहुंच कर उसे अच्छे काम की जगह फोर्थ क्लास में काम करना पड़ा।इसके अलावा उस पर ज्यातियां भी शुरू हो गई।जिसकी जानकारी उसने अपने घर वालों को दी।जिसके बाद उसका जीना हराम हो गया।

एजेंट ने दिया था अच्छा काम दिलाने का लालच

परिजनों ने बताया कि जब उन्हें सऊदी में उसके ऊपर होने वाली ज्यादतियों का पता चला ताे इसकी जानकारी परिजनों ने एजेंट को दी।जिस पर एजेंट ने वहां पर बात की।इसके बाद उसे वहां डराया धमकाया जाने लगा।परिजनों का कहना है कि इससे परेशान होकर शाहबाज ने आत्महत्या कर ली।इसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी तो दी।लेकिन शव को यहां भेजने से इनकार कर दिया।मीना बेटे का शव मंगाने के लिए दो महीने तड़पती रही। वह यहां वहां गुहार लगाती रही। लेकिन उसे कहीं से कोई मदद नहीं मिल सकी।

भारतीय दूतावास ने समझा मीना का दर्द, की मदद

इस मामले में फैसल, अनीस और अफसर ने बताया कि उन्होंने किसी तरह से सऊदी में भारतीय एंबेसी से संपर्क किया।जहां उन्होंने पूरी बात बताई।भारतीय एंबेसी ने बरेली की मां का दर्द समझा।उन्होंने शाहबाज के शव को वापस भेजने का भरोसा दिलाते हुए कागजी कार्रवाई शुरू की।जिसके बाद फ्रीजर में दो महीने से रखा शाहबाज का शव दिल्ली भेजा।जहां परिजन शव लेने के लिए पहुंच गए है।  


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