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Bareilly News : सरकारी अस्पताल में डेढ़ घंटे तड़पती रही बदायूं सिटी मजिस्ट्रेट की बेटी, डीएम को लिखा आंखों देखा हाल

Badaun City Magistrate Daughter News बरेली मंडल के बदायूं के जिला अस्पताल में आधी रात डेढ़ घंटे इलाज के अभाव में सिटी मजिस्ट्रेट की बेटी तड़पती रही।लेकिन उसे इलाज नहीं मिला।आखिरकार बेटी की तड़प बर्दाश्त नहीं हुई तो सिटी मजिस्ट्रेट अपनी बेटी को लेकर निजी चिकित्सालय पहुंचे।

By Ravi MishraEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 07:58 AM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 07:58 AM (IST)
Bareilly News : सरकारी अस्पताल में डेढ़ घंटे तड़पती रही बदायूं सिटी मजिस्ट्रेट की बेटी, डीएम को लिखा आंखों देखा हाल
Bareilly News: सरकारी अस्पताल में डेढ़ घंटे तड़पती रही बदायूं सिटी मजिस्ट्रेट की बेटी, डीएम को लिखा आंखों देखा हाल

बरेली, जेएनएन। Badaun City Magistrate Daughter News : बरेली मंडल के बदायूं के जिला अस्पताल में आधी रात डेढ़ घंटे इलाज के अभाव में सिटी मजिस्ट्रेट की बेटी तड़पती रही।लेकिन उसे इलाज नहीं मिला।आखिरकार बेटी की तड़प बर्दाश्त नहीं हुई तो सिटी मजिस्ट्रेट अपनी बेटी को लेकर निजी चिकित्सालय पहुंचे।जहां उनकी बेटी को उपचार के दौरान आराम मिला।इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट के साथ अस्पताल में जो कुछ हुआ उसका आखों देखा हाल उन्होंने सीएमएस सहित डीएम को लिख डाला।जिसके बाद उन्होंने मामले मेें कार्रवाई करने की बात कहीं है।

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नेबूलाइजर तो दूर टेबलेट तक नहीं मिली

सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार की आखों के सामने बेटी तड़प रही थी।जिसे नेबूलाइजर तो दूर बल्कि एक टेबलेट तक नहीं मिली।अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ सोते रहे।उन्होंने रात का हाल बयां करते हुए लिखा।रात में चिकित्सा सेवाएं भगवान भरोसे रहती है।इमरजेंसी सेवा बिल्कुल ठप रहती है।उन्होंने लिखा स्टाफ अर्द्धनग्न हालत में था।सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि अस्पताल का सिस्टम बिल्कुल चौपट है।इसलिए सीएमएस को पत्र लिखा है।इसके साथ ही जिलाधिकारी को भी बताया है।

गनर के साथ भी हो चुकी है यह स्थिति

सिटी मजिस्ट्रेट के सामने रात को अस्पताल की व्यवस्थाओं को सच सामने आ चुका है।इस व्यवस्था के वो पहली बार नहीं बल्कि दूसरी बार शिकार हुए है।इसके पहले भी वह अपने गनर का इलाज कराने जिला अस्पताल जा चुके है।उस समय भी उनके गनर को इलाज नहीं मिल सका था।और तो और उनके गनर का सिटी स्कैन भी नहीं हो सका था।जिसके बाद अब उनकी बेटी के साथ भी यही हुआ।

सिटी मजिस्ट्रेट से बोला स्टाफ कौन हो तुम

सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार की मानें तो जब वह रात के तीन बजे इमरजेंसी पहुंचे।तो उन्हे वहां की लाइट बंद मिली।स्टाफ सो रहा था।उठाने और लाइट खोलने को कहा तो स्टाफ ने भी रोबीले अंदाज में पूछा कौन हो तुम और हम लाइट क्यों खोले।जब फटकारा तो स्टाफ ने लाइट खोली।जिस पर उन्हे वह अर्द्धनग्न हालत में मिला।जिसके बाद मजबूर होकर उन्हें अपनी बेटी को निजी चिकित्सालय ले जाना पड़ा।  


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