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Bareilly Electric Bus Blast मामले में वर्कशॉप के जनरल मैनेजर समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

Bareilly Electric Bus Blast Case हादसे में जान गंवाने वाले विजय कुमार के पिता की शिकायत पर पुलिस ने वर्कशाप के जनरल मैनेजर गौरव सूद मैनेजर विकास गिरी फ्लीट मैनेजर सुरेंद्र कुमार व अस्सिटेंट फ्लीट मैनेजर अमित के विरुद्ध लापरवाही के कारण मृत्यु की धारा में प्राथमिकी लिखी है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 23 Sep 2022 04:42 PM (IST)Updated: Fri, 23 Sep 2022 04:42 PM (IST)
Bareilly Electric Bus Blast मामले में वर्कशॉप के जनरल मैनेजर समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
Bareilly Electric Bus Blast Case : हादसे में जान गंवाने वाले विजय कुमार के पिता की शिकायती पर हुई कार्रवाई।

जागरण संवाददाता, बरेली। Bareilly Electric Bus Blast Case : इलेक्ट्रिक बस हादसे में वर्कशाप के जनरल मैनेजर समेत चार पर प्राथमिकी लिख ली गई। हादसे में जान गंवाने वाले विजय कुमार के पिता के शिकायती पत्र पर बरेली पुलिस ने वर्कशाप के जनरल मैनेजर गौरव सूद, मैनेजर विकास गिरी, फ्लीट मैनेजर सुरेंद्र कुमार व अस्सिटेंट फ्लीट मैनेजर अमित के विरुद्ध लापरवाही के कारण मृत्यु की धारा में प्राथमिकी लिखी है।

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विजय कुमार मैकेनिक था

बरेली के इज्जतनगर अशोक विहार निवासी रामपाल ने पुलिस को बताया कि बेटा विजय कुमार अवल्ट मोबेलिटि सल्यूसन प्राइवेट लिमिटेड स्वाले नगर किला में मकैनिक के पद पर कार्यरत था। अवल्ट कंपनी उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित इलेक्ट्रिक बस का संचालन कराती है।

बस का एसी ठीक करते समय हुआ था हादसा

बसों में आई खराबी को सही करने का कार्य कंपनी के जिम्मे है। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे वर्कशाप पर इलेक्ट्रिक बस संख्या यूपी-25 ईटी-6320 में की सर्विस, एसी को सही करने का कार्य व गैस भरी जा रही थी। इस दौरान बेटा विजय कुमार भी मौजूद था। नरेंद्र कुमार व बबलू सहयोगी के रूप में खड़े थे। अचानक सिलेंडर फटने से विजय गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी अस्पताल ले जाते वक्त मृत्यु हो गई।

हादसे में दो लोग घायल भी हुए थे

नरेंद्र कुमार व बबलू गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोप है कि कंपनी के स्वाले नगर वर्कशाप के जनरल मैनेजर गौरव सूद, वर्कशाप मैनेजर विकास गिरी, फ्लीट मैनेजर सुरेन्द्र कुमार व असिस्टेंट फ्लीट मैनेजर अमित शर्मा की घोर लापरवाही के चलते हादसा हुआ। बेटे की मृत्यु हो गई। इंस्पेक्टर अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

कर्मियों को नहीं दिये गए सुरक्षा उपकरण

रामपाल ने आरोपितों पर कई और गंभीर आरोप लगाए। कहा कि बेटे व अन्य मैकेनिकों ने कई बार सुरक्षा उपकरणों की मांग की लेकिन, उन्हें उपकरण नहीं मुहैया कराए गए। आरोपितों के दबाव के चलते सभी बिना सुरक्षा उपकरण के कार्य करते रहे जिससे दुर्घटना हुई और बेटे की मृत्यु हो गई। दो कर्मचारी घायल हो गए। पूरे प्रकरण में डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने गुरुवार को ही जांच कमेटी गठित कर दी थी।


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