UP Crime : लॉकडाउन में सूदखोर ने दिया था कर्ज, अनलॉक में ली किसान की जान
लाॅकडाउन में जिस सूदखोर से बरेली में रहने वाले एक किसान ने अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए कर्ज लिया था। उसी सूदखोर ने अनलॉक वन में किसान की जान ले ली।
बरेली, जेएनएन । Bareilly Crime : लाॅकडाउन में जिस सूदखोर से बरेली में रहने वाले एक किसान ने अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए कर्ज लिया था। उसी सूदखोर ने अनलॉक वन में किसान की जान ले ली। परिजनों ने सूदखोर पर किसान पर दवाब बनाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दवाब के चलते किसान ने आत्महत्या कर ली। हालांकि पुलिस मामले में पुलिस घटना को झूठ बता रही है। वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
नहीं चुका पाया सूदखोर का कर्ज
घटना गांव पंडरी में घटी। जहां कामता प्रसाद खेती कर अपना और परिवार का पालन पोषण करते थे। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। चार साल पहले उन्होंने बेटी के विवाह के लिए कुछ सूदखोरों से कर्ज लिया था। वह धीरे-धीरे कर्ज उतार भी रहे थे बीते दिनों लॉकडाउन के कारण उनकी स्थिति खराब हो गई। खेतीबाड़ी से आमदनी नहीं हुई। परिवार की गुजर बसर भी बमुश्किल चल रही थी। इस कारण वह सूदखोर का कर्ज नहीं चुका पाए।
सूदखोर लगातार बना रहे थे दवाब
परिजनों के अनुसार सूदखोर लगातार उन पर रुपये लौटने का दबाव बना रहे थे, इस कारण वह कई दिनों से परेशान चल रहे थे। एक और आर्थिक तंगी और दूसरी ओर सूदखोर का दबाव ने उनकी हिम्मत तोड़ दी। इससे परेशान होकर रविवार शाम उन्होंने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उनका शव गमछे के सहारे गांव के समीप बाग में एक पेड़ से लटका मिला। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे तो अवाक रह गए। जानकारी होने पर पुलिस भी वहां पहुंची और शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम को भेजा। परिवार में उनकी पत्नी बिन्द्रा देवी और तीन बच्चे हैं।
इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह पचौरी खुदकुशी की वजह को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है। उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।