बरेली में काेराेना संक्रमण बढ़ा तो स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया खेल, बताया ये कारण
Bareilly Coronavirus News Update कोरोना संक्रमण की गति बढ़ने के साथ सैंपलिंग भी तेजी से करानी चाहिए थी लेकिन इस बार इसके उलट जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सैंपलिंग को कम कर दिया। इससे जिले में संक्रमण की सही स्थिति का आकलन ना
बरेली, पीयूष दुबे। Bareilly Coronavirus News Update : कोरोना संक्रमण की गति बढ़ने के साथ सैंपलिंग भी तेजी से करानी चाहिए थी, लेकिन इस बार इसके उलट जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सैंपलिंग को कम कर दिया। इससे जिले में संक्रमण की सही स्थिति का आकलन ना होने की संभावना नजर आ रही है।
बहरुपिये वायरस कोरोना संक्रमण से जंग करने में दो गज दूरी, मास्क जरूरी, सेनेटाइजेशन के साथ ही सैंपलिंग को मुख्य हथियार माना जाता है, क्योंकि इससे वायरस के बारे में जानकारी मिल जाती है। जिले में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर ने तेजी पकड़ ली है। हर वर्ग और स्थान से कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने सैंपलिंग कम कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कराई जा रही सैंपलिंग के आंकड़ों पर गौर 10 जनवरी को 3680 लोगों की सैंपलिंग की गई, जिसमें 164 संक्रमित मिले। इसके बाद जब अगले दिन यानी 11 जनवरी को 4163 लोगों के सैंपल एकत्र किए गए तो 222 मरीज सामने आए। अगले दिन सैंपलिंग कम करते हुए 4057 लोगों के ही सैंपल लिए गए, इसका नतीजा यह निकला की संक्रमित भी घटकर 191 बचे।
13 जनवरी को सैंपलिंग कम करते हुए 3578 लोगों के सैंपल लिए गए, जिसमें 222 संक्रमित सामने आए। वहीं, 14 जनवरी को सैंपलिंग घटाकर 3426 कर दी, जबकि 280 संक्रमित सामने आए। ऐसे में संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर सैंपलिंग को बढ़ाया जाना चाहिए, लेकिन इसे घटा दिया गया है। ऐसे में जिले में संक्रमितों की सही संख्या का आकलन नहीं हो पाएगा।
कांटेक्ट ट्रेसिंग में भी आई कमी
कोरोना संक्रमित के कांटेक्ट में आने वाले लोगों को ट्रेस करके उनकी जांच कराई जाती थी, लेकिन गाइडलाइन में परिवर्तन होने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग में काफी कमी आई है। ऐसे में कांटेक्ट में आने वाले संक्रमितों की स्थिति भी स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
संक्रमित मिलने पर उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों की सैंपलिंग पहले कराई जाती थी। लेकिन अब गाइडलाइन बदल गई है। अब कांटेक्ट ट्रेसिंग में आने वाले उन लोगों की ही सैंपलिंग कराई जाती है, जिनमें कोरोना के लक्षण होते हैं। संभव है कि इस वजह से सैंपलिंग कम हो गई हो। डा. अनुराग गौतम, प्रभारी, कोविड-19 जिला सर्विलांस टीम प्रभारी