Bareilly News: काला सच! संचालिका बोलीं- मेरे नाम कोई सेंटर नहीं, अल्ट्रासाउंड करती मिलीं मैडम
Bareilly News देवचरा में दो अल्ट्रासाउंड सेंटर स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। इसमें से एक पल्लवी अल्ट्रासाउंड सेंटर है जहां पर सेंटर पर पंजीकृत महिला के स्थान पर कोई दूसरी महिला अल्ट्रासाउंड कर रही हैं जिसका नाम भी स्टाफ को पता नहीं है।
जागरण संवाददाता, बरेली : देवचरा में दो अल्ट्रासाउंड सेंटर स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। इसमें से एक पल्लवी अल्ट्रासाउंड सेंटर है, जहां पर सेंटर पर पंजीकृत महिला के स्थान पर कोई दूसरी महिला अल्ट्रासाउंड कर रही हैं, जिसका नाम भी स्टाफ को पता नहीं है। नियम विरूद्ध होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अफसर संज्ञान नहीं ले रहे हैं।
जागरण की टीम तीमारदार बनकर पहुंची
देवचरा में बल्लिया मार्ग पर पल्लवी अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं। यह सेंटर डॉ. राजेश कुमार के नाम से पंजीकृत है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यहां पर पीसीपीएनडीटी पोर्टल पर डॉक्टर का स्टेटस भी अभी तक स्पष्ट नहीं हैं। वहां डॉक्टर का स्टेट्स पेंडिंग दिखा रहा है। पल्लवी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जागरण की टीम तीमारदार बनकर पहुंची। रिपोर्टर ने पूछा अल्ट्रासाउंड हो जाएगा, तो वहां मौजूद महिला स्टाफ ने कहा कि हो जाएगा। पूछा किसका होना है तो रिपोर्टर ने बताया कि पत्नी का होना है। स्टाफ ने फिर से कहा कोई समस्या नहीं हैं, हो जाएगा। जब रिपोर्टर ने पूछा कि कौन करेगा? तो बताया गया कि, मैडम हैं जो हर बार करती हैं, वहीं करेंगी। कौन सी मैडम हैं, जो अल्ट्रासाउंड करेंगी? इस बारे में स्टाफ ने यह कहते हुए मना कर दिया कि आप उनको नाम से नहीं जानते होंगे। बस इतना समझ लो कि आपकी पत्नी का अल्ट्रासाउंड मैडम करेंगी। यही मैडम हर दिन करती हैं। इसके बाद स्टाफ ने अल्ट्रासाउंड की फीस पूछी तो बताया गया कि, एक अल्ट्रासाउंड के पांच सौ रुपये हैं। स्टाफ ने कहा कि, उनका खाली पेट होगा, इसलिए जब खाली पेट हो तो उन्हें ले आना। टीम ने अगले दिन आने की बात कही।
जिसके नाम से पंजीकरण उन्होंने किया साफ मना
इस सेंटर का नाम संचालक के तौर पर वीना सिंह का नाम पंजीकृत है। जब उनसे इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके नाम से कोई भी अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत नहीं हैं। वह एक गृहणी हैं और वह किसी भी पल्लवी अल्ट्रासाउंड को नहीं जानती। इसके कुछ देर बाद एक सुरेश गंगवार ने फोन कर कहा कि वीना डर गई थी। इसलिए उन्होंने ऐसा कहा। उन्होंने खुद को संचालक का एक जानने वाला बताया। मगर डॉक्टर कौन पंजीकृत है वह भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाए।
जिम्मेदार बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई
इस मामले में सीएमओ डॉ. बलवीर सिंह का कहना है कि लगातार सभी सेंटरों की जांच की जा रही है। जो भी सेंटर संदिग्ध हैं उन सभी के विरुद्ध कार्रवाई होगी। कोई भी फर्जी अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित नहीं होने दिया जाएगा।