Move to Jagran APP

अधिवक्ता हत्या प्रकरण में बार काउंसिल ने चीफ जस्टिस को लिखा पत्र, बाेला- दहशत में अधिवक्ता, शासन, प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई

प्रदेश में अधिवक्ताओं की हत्याओं के संबंध में बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है। काउंसिल के चेयरमैन शिरीष मेहरोत्रा ने कहा कि अधिवक्ताओं को आफिसर आफ द कोर्ट का दर्जा प्राप्त है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 07:51 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 07:51 AM (IST)
अधिवक्ता हत्या प्रकरण में बार काउंसिल ने चीफ जस्टिस को लिखा पत्र, बाेला- दहशत में अधिवक्ता, शासन, प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई
अधिवक्ता हत्या प्रकरण में बार काउंसिल ने चीफ जस्टिस को लिखा पत्र

बरेली, जेएनएन। Shahjahanpur Lawyar Murder Case : शाहजहांपुर में अधिवक्ता की हुई हत्या के बाद प्रदेश में अधिवक्ताओं की हत्याओं को लेकर बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश चिंतित हो उठा है। जिसके लिए उसने यूपी में हाेने वाली अधिवक्तओं की हत्याआें के संबंध में सीधे तौतर पर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है।काउंसिल के चेयर मैन शिरीष मेहरोत्रा ने कहा कि अधिवक्ताओं को ऑफिसर ऑफ कोर्ट का दर्जा प्राप्त है। जो न्यायिक इकाई के रूप में कार्य करता है।

loksabha election banner

उन्होंने हाल में बरेली और शाहजहांपुर में हुई अधिवक्ताओं की हत्या की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा है कि अधिवक्ता इन घटनाओं के बाद से अपनी सुरक्षा को लेकर संशय में है।शासन प्रशासन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे अधिवक्ताओं में भय व आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने इस संबंध में इलाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से वकीलों की सुरक्षा को लेकर शासन से दिशा निर्देश जारी किए जाने की अपील है। उन्होंने अधिवक्ताओं की हत्या के संबंध में अनुसूचित जाति-जनजाति एक्ट की तरह मृतक आश्रितों को शासन से मुआवजा दिलाए जाने की भी व्यवस्था करने की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.