चिन्मयानंद प्रकरण: छात्रा की जमानत पर आज होगी हाईकोर्ट में सुनवाई Shahajahanpur News
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद से ब्लैकमे¨लग के आरोप में जेल में बंद छात्रा की जमानत अर्जी पर आज सुनवाई होगी।
जेएनएन, शाहजहांपुर : पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद से ब्लैकमे¨लग के आरोप में जेल में बंद लॉ छात्रा की जमानत अर्जी पर शुक्रवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। जिला जज की कोर्ट में अर्जी खारिज होने के बाद उसने अपील की थी।
एसआइटी ने 25 सितंबर को चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने के आरोप में छात्रा को उसके घर से गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसके बाद से वह जेल में है। उसने जिला जज की कोर्ट में अपनी जमानत के लिए अर्जी दी थी, लेकिन 30 सितंबर को खारिज हो गई। अब 29 नवंबर को इस पर सुनवाई होनी है। इससे पहले उसके माता-पिता ने जमानत पर जल्द सुनवाई के लिए अर्जी दी थी, जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। दो नवंबर से छात्रा के माता-पिता प्रयागराज में हैं। उन्हें उम्मीद है कि निर्णय हक में आएगा।
30 नवंबर को होगी चिन्मयानंद की पेशी
लॉ छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद चिन्मयानंद की 30 नवंबर को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में पेशी होगी। चिन्मयानंद 20 सितंबर से जेल में बंद हैं। उनकी जमानत अर्जी भी जिला जज की कोर्ट से खारिज हो चुकी है। चिन्मयानंद की जमानत अर्जी पर हाईकोर्ट में बहस पूरी हो चुकी है, जिस पर फैसला फिलहाल सुरक्षित रखा गया है।
यह है पूरा मामला
चिन्मयानंद के लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एलएलएम छात्रा ने 24 अगस्त को फेसबुक पर वीडियो जारी कर उन पर शारीरिक शोषण व दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। जिसके बाद छात्रा लापता हो गई थी। वहीं, चिन्मयानंद की ओर से पांच करोड़ रुपये की ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया गया था। छात्रा को उसके दोस्त संजय सिंह के साथ क्राइम ब्रांच ने 30 अगस्त को राजस्थान के दौसा से बरामद किया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को एसआइटी गठित करने और हाईकोर्ट को इसकी निगरानी करने के आदेश दिए थे। एसआइटी ने दोनों मामले की जांच की। इस दौरान छात्रा से दुष्कर्म के आरोपित चिन्मयानंद को 20 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसी दिन उनसे ब्लैकमेलिंग के आरोपित संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर को भी जेल भेजा था। जबकि छात्रा को ब्लैकमेलिंग के आरोप में 25 सितंबर को घर से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
छह नवंबर को सीजेएम कोर्ट में पेश की चार्जशीट
चिन्मयानंद प्रकरण में एसआइटी ने करीब दो महीने तक जांच की। फिर छह नवंबर को जांच पूरी करते हुए सीजेएम कोर्ट में 4700 पेज की केस डायरी और चार्जशीट दाखिल की। दोनों मामलों में कुल सात आरोपित बनाए गए। जिनमें दो भाजपा नेता भी शामिल है। जिन पर चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने का आरोप है।