यूएई दूतावास में फंसा मौलाना तौसीफ मियां की रिहाई का परवाना
नबीरे आला हजरत मौलाना तौसीफ रजा खां कादरी की संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की शारजाह पुलिस से रिहाई का परवाना दूतावास में फंसा है।
बरेली(जेएनएन)। नबीरे आला हजरत मौलाना तौसीफ रजा खां कादरी की संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की शारजाह पुलिस से रिहाई का परवाना दूतावास में फंसा है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के दखल से केंद्रीय स्वास्थ्य और विदेश मंत्रालय से दवाओं के पर्चे सत्यापित होने के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ गई है।
मंगलवार को तौसीफ मियां की दवाओं के पर्चे दिल्ली स्थित यूएई दूतावास के जरिये यूएई स्थित भारतीय दूतावास को भेजे गए हैं। अब दोनों दूतावासों के सहयोग से उनकी रिहाई की उम्मीद जाग गई है। 19 अक्टूबर को शारजाह पुलिस ने तौसीफ मियां को हिरासत में लिया था। बताते हैं कि उनके पास मिली दवाओं में नशे की मात्रा अधिक पाई गई थी। उन्होंने तर्क दिया कि वह अस्वस्थ हैं, इसलिए दवाएं संग लेकर चलते हैं। मगर यूएई पुलिस ने उनका ये तर्क खारिज कर दिया और भारत सरकार से सत्यापित दवाओं के पर्चे उपलब्ध कराने को कहा। पिछले दो दिन से दिल्ली में यह कसरत चल रही है, जो मंगलवार को पूरी हो गई।
परिवार के सदस्य नहीं गए यूएई
तौसीफ मियां के बेटे फैज मियां बरेली से यूएई जाने के लिए रवाना हुए थे। दिल्ली में दूसरे दिन दूतावास स्तर की वार्ता के बाद उन्होंने यूएई जाना मुनासिब नहीं समझा। अब दोनों देशों के दूतावास के जरिये मौलाना को रिहाई दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
परिवार में स्वास्थ्य को लेकर बेचैनी
तौसीफ मियां को शारजाह के अल-शाहबिया पुलिस स्टेशन पर हिरासत में लिए पांच दिन बीत गए हैं। उनकी दवाएं जब्त कर ली गई हैं। इससे घरवालों को उनके स्वास्थ्य की फिक्र सता रही है।