Badaun Crime : पुलिस के खुलासे से प्रधानाचार्य रह गए हैरान, सरागना निकला साले का लड़का
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की टीचर्स कालोनी में प्रधानाचार्य सुरेंद्र सिंह के घर हुई चोरी की घटना का पुलिस ने चौंकाने वाला राजफाश किया है। चोरी की घटना का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि प्रधानाचार्य के साले का बेटा निकला है।
बदायूं, जेएनएन। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की टीचर्स कालोनी में प्रधानाचार्य सुरेंद्र सिंह के घर हुई चोरी की घटना का पुलिस ने चौंकाने वाला राजफाश किया है। चोरी की घटना का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि प्रधानाचार्य के साले का बेटा निकला है। उसको घर में कौनसी वस्तु किस स्थान पर रखी है इसकी पूरी जानकारी थी। इसी का फायदा उठाते हुए उसने अपने साथियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया।
पुलिस को शुरू से ही उस पर संदेह था तो सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया। उसने घटना कबूल करते हुए अपने साथियों के नाम भी बता दिए। पुलिस ने उसके तीनों साथियों को गिरफ्तार कर रिवाल्वर समेत चोरी गए जेवरात की शत प्रतिशत बरामदगी करने के बाद चारों आरोपितों को जेल भेजने की तैयारी की है। चार दिन पहले टीचर्स कालोनी में रहने वाले गभियाई गांव के राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के आवास से लाइसेंसी रिवाल्वर, नकदी और जेवरात चोरी हुए थे।
शहर की सुरक्षित कालोनी में हुई इस घटना से कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए तो एसएसपी ने सिविल लाइंस पुलिस के साथ ही एसओजी को भी वर्कआउट करने के लिए लगाया। एसएसपी की सख्ती के बाद पुलिस ने सभी बिंदुओं पर तहकीकात शुरू कर दी। घटना के बाद से ही पुलिस को प्रधानाचार्य के साले सुरेश के बेटे आकाश पर शक था। पुलिस ने खेड़ा बुजुर्ग स्थित उसके घर से हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि उसने अपने साथी बंटी कश्यप पुत्र रामपाल निवासी खेड़ा बुजुर्ग पानी की टंकी के पास, अदनान सिद्दीकी उर्फ अन्नू पुत्र रईस निवासी खेड़ा बुजुर्ग, सौरभ पुत्र ठाकुरदास निवासी खेड़ा बुजुर्ग के साथ योजना बनाते हुए चोरी की घटना को अंजाम दिया।
उसने पुलिस को बताया कि चोरी करने के बाद वह रिवाल्वर को पड़ौलिया के तालाब में रखकर आए थे ताकि कोई ग्राहक मिले तो वहीं से सौदा कर दिया जाए। इस संबंध में एसएचओ सिविल लाइंस सुधाकर पांडेय का कहना है कि प्रधानाचार्य के साले का बेटा ही पूरी घटना में मास्टरमाइंड निकला है। उसने ही अपने साथियों के साथ इस घटना को अंजाम दिया था।