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बरेली केे कोविड अस्पतालों में बिगडे़ हालात, आइसीयू से लौटा रहे गंभीर मरीज, बता रहे ये वजह

जिले के कोविड अस्पतालों में 53 आइसीयू बेड लगभग भर चुके हैं। जबकि जिले में कुल 65 आइसीयू बेड ही जिला प्रशासन द्वारा इन अस्पतालों से अधिग्रहित की गए हैं। अब गंभीर मरीज आने पर उसे भर्ती करने को लेकर माथापच्ची करनी पड़ती है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 08:57 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 05:52 PM (IST)
बरेली केे कोविड अस्पतालों में बिगडे़ हालात, आइसीयू से लौटा रहे गंभीर मरीज, बता रहे ये वजह
बरेली केे कोविड अस्पतालों में बिगडे़ हालात वाली खबर में प्रतीकात्मक फोटो

बरेली, जेएनएन। जिले के कोविड अस्पतालों में 53 आइसीयू बेड लगभग भर चुके हैं। जबकि जिले में कुल 65 आइसीयू बेड ही जिला प्रशासन द्वारा इन अस्पतालों से अधिग्रहित की गए हैं। अब गंभीर मरीज आने पर उसे भर्ती करने को लेकर माथापच्ची करनी पड़ती है। हालांकि आइसीयू बेड बढ़ाने को लेकर मंथन चल रहा है। कोविड अस्पतालों ने इसके लिए कुछ समय मांगा है। वहीं तीन सौ बेड अस्पताल में बने कोविड एल-2 में आइसीयू के 38 बेड उपलब्ध हैं, लेकिन वह उद्घाटन के इंतजार में लटका है। बीते पांच दिनों में कई मामले ऐसे आए जिन्हें आइसीयू बेड न होेने पर अस्पताल से लौटा दिया गया। इसके चलते एक महिला की तो रास्ते में मौत हो गई।

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यह है जिले की स्थिति जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहित कुल तीन अस्पताल है। जिनमें कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। बुधवार को शासन को भेजी गई रिपेार्ट के मुताबिक इन तीनों अस्पतालों में कुल एक हजार बेड हैं। तीनों जगह मिलाकर आइसीयू के 65 बेड हैं। इनमें कोविड एल-3 में 45 व कोविड एल-2 में 20 बेड की उपलब्धता है। इनमें से 53 बेड भरे हुए हैं। इन तीनों ही अस्पतालों ने आने दस से बीस दिनों में आइसीयू के कुछ और बेड उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया है।

ऑक्सीजन पर है 40 संक्रमित जिले के कोविड अस्पतालों में भर्ती करीब 130 मरीजों में से 40 संक्रमित आक्सीजन पर हैं। जिन्हें लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है। यह वह मरीज हैं जिन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके चलते उन्हें आइसीयू में ही रखा गया है। वहीं करीब 13 मरीज ऐसे भी है जो वेंटीलेटर पर हैं। गंभीर हालत होने पर 14 मरीजों को जिले के बाहर इलाज कराने के लिए रेफर कर दिया गया।

इन मरीजों को नहीं मिला आइसीयू बेड

शहर के सनराइज एंक्लेव निवासी राजकुमारी की हालत बिगड़ने पर रविवार को कोविड जांच कराई गई थी।उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सरकारी व्यवस्था के तहत कोविड एल-3 अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन वहां आइसीयू बेड न होने पर उन्हें वापस कर दिया गया। इसके चलते रास्ते में उनकी मौत हो गई

शहर के पीलीभीत रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किए जाने से पहले सुशीला देवी की कोविड जांच की गई। एंटीजन टेस्ट में वह पॉजिटिव आईं। इस पर सर्विलांस टीम की मदद से उन्हें कोविड एल-3 अस्पताल भेजा गया जहां आइसीयू बेड न होने की बात कहकर लौटा दिया गया। बाद में जिला सर्विलांस अधिकारी से संपर्क कर उन्हें फतेहगंज स्थित कोविड एल-2 में भर्ती कराया गया।

आइसीयू बेड की उपलब्धता न होने की जानकारी है। इसे लेकर लेकर अस्पतालों से बातचीत चल रही है। कुछ मरीजों की स्थिति सुधरने पर उन्हें सामान्य बेड में शिफ्ट भी किया गया है। गुरुवार को बेड की उपलब्धता कुछ बढ़ी है। जल्द ही इन्हीं करीब 30 आइसीयू के बेड और बढ़ जाएंगे। इसके अलावा तीन सौ बेड अस्पताल के कोविड एल-2 को भी जल्द शुरू करा दिया जाएगा। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी


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