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भ्रष्टाचार पर वार : दो करोड़ 20 लाख के गबन पर बाबू निलंबित Bareilly News

शासन की तरफ से अवगत कराया गया कि पैसा भेजा जा चुका है लेकिन जब यहां की कैशबुक में देखा गया तो पैसा गायब था।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 01:48 PM (IST)Updated: Thu, 29 Aug 2019 01:48 PM (IST)
भ्रष्टाचार पर वार : दो करोड़ 20 लाख के गबन पर बाबू निलंबित Bareilly News
भ्रष्टाचार पर वार : दो करोड़ 20 लाख के गबन पर बाबू निलंबित Bareilly News

बरेली, जेएनएन : सिविल एंक्लेव के लिए आए पैसे में गबन के आरोप में विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी के बाबू को कमिश्नर के आदेश पर निलंबित कर दिया गया। बाबू वर्तमान में मुरादाबाद में तैनात है जबकि गबन उसने तब किया था, जब वह पिछले दिनों बरेली कलेक्ट्रेट के विशेष भूमि अध्याप्ति विभाग में था।
वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात सुरेंद्र पाल सिंह ने सिविल एंक्लेव की जमीन के अधिग्रहण मामले में दो करोड़ 20 लाख 52 हजार रुपये काश्तकार को हस्तांतरित कर दिए लेकिन उसकी उसने एंट्री कैशबुक में नहीं की। शासन की तरफ से अवगत कराया गया कि पैसा भेजा जा चुका है लेकिन जब यहां की कैशबुक में देखा गया तो पैसा गायब था। इसके बाद जब सुरेंद्र पाल से पूछताछ हुई तो मामला सामने आया। सुरेंद्र पाल के खिलाफ यह भी शिकायत थी कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-24 मुरादाबाद-बरेली सेक्शन और बरेली-पीलीभीत सेक्शन की कैशबुक व लेजर पंजिका पूर्ण नहीं की।

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कमिश्नर को मिली अनियमितता
कमिश्नर ने गत सात जनवरी को विशेष भूमि अध्याप्ति विभाग के पटल का निरीक्षण किया तो उन्हें यहां पर गड़बड़ी मिली थी। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-74 के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि की नोट शीट अंकित नहीं मिली। इसके बाद सुरेंद्र पाल का ट्रांसफर मुरादाबाद के भूमि अध्याप्ति विभाग में हो गया।

कमिश्नर के आदेश पर मुरादाबाद डीएम को लिखा पत्र
कमिश्नर के आदेश के बाद डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने मुरादाबाद डीएम को पत्र लिखा था। इस पर वहां के डीएम ने आरोप पत्र बनाकर भेजने के लिए कहा था। आरोप पत्र यहां से पहुंचने के बाद डीएम मुरादाबाद ने सुरेंद्र पाल सिंह को निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त मुरादाबाद को जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया है। मामले की जांच करके वह एक महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। बताया यह भी जा रहा है कि इस पूरे मामले में विभाग का एक और व्यक्ति शामिल था। जल्द ही उससे जुड़ी फाइलों की भी जांच करके उस पर शिकंजा कसा जा सकता है।

ग्रामीणों ने की थी शिकायत
बैंक में दारू पार्टी के मामले की शिकायत ग्रामीणों ने आला अफसरों से की थी। उसके बाद मामले की जांच शुरू की गई। कुछ दिन पहले अफसरों ने बैंक आकर ग्रामीणों के बयान दर्ज किए थे।

बैंक में दारू पार्टी करने वाले अफसरों पर गिरी गाज 
बैंक में दारू पार्टी करना कर्मियों को महंगा पड़ गया। जांच के बाद बुधवार को बैंक के एमडी ने सहायक फील्ड ऑफीसर महेंद्र कुमार, कैशियर हरवीर सिंह व एकाउंटेंट को सस्पेंड कर दिया। आरोप है कि गांव क्योलड़िया स्थित उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक शाखा के कर्मचारी बैंक में आने वाले किसानों से अवैध वसूली करते थे। अच्छी कमाई होने के बाद वे बैंक में ही आए दिन दारू पार्टी करते थे। उनकी इस दारू पार्टी का बैंक के ही एक दलाल ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।

जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया 
21 जुलाई को जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद बैंक अधिकारी हरकत में आ गए। बैंक के एमडी केपी सिंह ने मामले में आरएम डीके सिंह को जांच के निर्देश दिए थे। आरएम ने बरेली शाखा के सीनियर मैनेजर संजू जैन व पीलीभीत शाखा के सीनियर मैनेजर विजय प्रताप को मामले की जांच सौंपी दी। जांच टीम ने वायरल वीडियो समेत तमाम साक्ष्य जुटाए थे। जांच में आरोपों की पुष्टि हुई थी। इसके बाद बैंक कर्मियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही थी।


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