बुजुर्गो से मांगा आशीष, नौजवानों से मिले गले
पहले जैसी फुर्ती वही दूर से लोगों को नाम से पुकारकर आत्मीयता से मुस्कराते हुए मिलना।
जेनएनएन, बरेली : पहले जैसी फुर्ती, वही दूर से लोगों को नाम से पुकारकर आत्मीयता से मुस्कराते हुए मिलना। कम समय में तेज कदमों से हर घर तक पहुंच बनाने की कामयाब कोशिश। हर वर्ग के लोगों के बीच बैठना और कार से हाथ हिलाकर वोट मांगने की अदा। जो पिछली बार रूठ गए, उन्हें मनाने की कोशिश। बुजुर्गो के पैर छूकर आशीर्वाद मांगना और हमउम्र व नौजवानों को गले लगाकर साथ देने की अपील। बरेली सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन शुक्रवार को इन्हीं भूमिकाओं में नजर आए।
प्रवीण सिंह ऐरन रोजाना की तरह शुक्रवार को भी सुबह करीब चार बजे उठे। रात दो-ढाई बजे सोना और भोर में ही उठना, इन दिनों उनकी दिनचर्या बन गई है। कुछ आवश्यक काम निबटाने के बाद मोबाइल पर मैसेज देखे। अखबारों में प्रकाशित बदायूं में हुई राहुल गांधी की खबरें देखीं। इसके बाद दिन के कार्यक्रमों की जानकारी ली। करीब सात बजे घर से निकल पड़े। करीब 40 किलोमीटर सफर तय कर मीरगंज के सिंधौली चौराहा पहुंचे तो वहां कुछ कार्यकर्ता पहले से मौजूद थे। वे कार्यकर्ताओं के साथ नगरिया कला गांव पहुंचे। वहां मंदिर में भंडारे की तैयारी हो रही थी। प्रवीण ने वहां बाबा भोलेनाथ के आगे शीश नवाया फिर ग्रामीणों से मिले। गुरुवार रात कौशलेंद्र गौड़ के बेटे की शादी हुई थी। वर-वधू को आशीर्वाद दिया। फिर मुस्लिम समुदाय के बीच नुक्कड़ सभा की। लोगों ने उन्हें हाथोंहाथ लिया। कहा, उनके कार्यकाल में मुख्य मार्ग बना था। लोगों से मिलकर वे जिले की सीमा के आखिरी गांव लभारी पहुंचे। गांव की सड़कों पर पैदल निकले। घरों की कुंडी खटखटाई और वोट देने की अपील की। लोगों ने बताया कि उनके समय में हाईवे किनारे खोदा नाला आज भी पूरा नहीं बना पाया। वहां से काफिला कुल्छा खुर्द गांव पहुंचा। प्रत्याशी ने मंदिर में दर्शन किए और पुजारी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। फिर लोगों के साथ बैठक जमाई। गांववासियों ने बरातघर का मुद्दा उठाया।
नौसना और मंडनपुर में उमड़ी भीड़
प्रवीण सिंह ऐरन का अगला पड़ाव गांव नौसना रहा। गांव में पदयात्रा कर समर्थकों के साथ बैठक की। उन्होंने भाजपा की गलत नीतियों के बारे में बताया। ग्रामीणों ने समर्थन का भरोसा दिलाया। वहां से कारवां मंडनपुर गांव की ओर चल दिया। प्रत्याशी ने वहां स्थित मंदिर में पूजा की। वहीं, मुस्लिम समाज के लोगों से समर्थन की गुजारिश की। इसके बाद काफिला नगरिया सादात पहुंचा। वहां भी प्रत्याशी ने सबसे पहले भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। लोगों ने मंदिर सुंदरीकरण की मांग रखी। इस पर उन्होंने भरोसा दिलाया। वहां वोटों का समीकरण समझा और आगे चल दिए।
25 साल में नहीं बनी डेढ़ किमी सड़क
गांव खमरिया सानी में काफिला पहुंचते हुए लोग जुटने शुरू हो गए। प्रत्याशी ने सभी का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इसके बाद वहां हुई नुक्कड़ सभा में लोगों ने बताया कि गांव का मुख्य रास्ता नहीं बना है। इस पर ऐरन ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया।
झोपड़ी में खाट पर बैठकर मांगा समर्थन
प्रत्याशी काफिले के साथ गांव सिल्लापुर पहुंचे। सीसी रोड़ के साथ ढकी हुई नालियों वाला गांव साफ-सुथरा था। वहां पैदल निकलकर हर वर्ग के लोगों से उन्होंने वोट की अपील की। आलीशान मकान में बैठकर समीकरण पूछे तो गरीब की झोपड़ी में उसकी खाट पर बैठकर वोट देने की अपील भी की। वहां से मीरगंज कस्बे में स्थित राजेंद्र प्रसाद डिग्री कालेज गए और समर्थन मांगा। फिर कार्यालय पर पहुंचे। वहीं एक कार्यकर्ता के घर भोजन किया आगे जनसंपर्क को निकल गए। लोगों से मिलने-जुलने का यही सिलसिला रात करीब दो बजे तक जारी रहा।