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फेसबुक पर अमेरिकी सेना की ये जनरल करती है दोस्ती और फिर..

यूएसए आर्मी की वर्दी पहने अधेड़ महिला से जरा बचकर।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 12:41 AM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 12:41 AM (IST)
फेसबुक पर अमेरिकी सेना की ये जनरल करती है दोस्ती और फिर..
फेसबुक पर अमेरिकी सेना की ये जनरल करती है दोस्ती और फिर..

जेएनएन, बरेली : यूएसए आर्मी की वर्दी पहने अधेड़ महिला से जरा बचकर। वह फेसबुक पर लोगों से दोस्ती करती है।

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इसके बाद ऐसे झांसा देगी कि कोई भी गच्चा खा जाए। भारत में रियल एस्टेट सेक्टर में रकम लगाने के नाम पर वह मोटी रकम भेजने की बात कहेगी।

इसके बाद कोरियर आएगा, जिसे छुड़ाने के बदले हजारों रुपये खाते में डलवाए जाएंगे। यहां तक सबकुछ ठीक लगता है, मगर इसके आगे की कहानी शातिराना दिमाग को बयां कर रही।

जानिए, कैसे बनाती है शिकार

शहर में प्रेमनगर के शास्त्रीनगर निवासी वीरेंद्र कुमार उस फर्जी जनरल का शिकार बने।

उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले फेसबुक मैसेंजर के जरिये उनकी बात केट हेवर नाम की महिला से बात शुरू हुई।

बातचीत में उसने बताया कि वह यूएसए आर्मी की जनरल है और इस वक्त अफगानिस्तान में तैनाती है। दो महीने बाद उसका रिटायरमेंट है। नौकरी के बाद वह भारत में रियल एस्टेट व होटल कारोबार करना चाहती है।

वीरेंद्र से वह यहां के बाजार के हाल जानती रही। बाद में कहा कि भारत में वही परिचित हैं, इसलिए कारोबार शुरू करने में मदद चाहिए। इसके बाद निवेश की रकम उनके पास भेजने की बात कही।

वीरेंद्र ने इस पर हामी भर दी तो उनका पता, आइडी मेल के जरिये मांग ली। इसके बाद मैसेज आया कि उसने निवेश के रुपये कोरियर के जरिये भेजे हैं।

कस्टम ड्यूटी के 73 हजार चुकाओ

31 जनवरी को वीरेंद्र के मोबाइल फोन पर दिल्ली के नंबर से कॉल आई। कहा गया कि यूएसए से कोरियर आया है, मगर उसके लिए कस्टम ड्यूटी के 73 हजार चुकाने होंगे।

फोन करने वाले ने एक बैंक का एकाउंट नंबर दिया। झांसे में आए वीरेंद्र ने उस खाते में रकम डाल दी। उसके बाद भी कोरियर नहीं आया तो उन्होंने उस नंबर पर कॉल की।

बात करने वाला शख्स बोला कि अभी 87 हजार रुपये खाते में और डालो, तब कोरियर पहुंच सकेगा। इतना सुनते ही वीरेंद्र को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी की जा रही। उन्होंने इस बाबत मुकदमा दर्ज कराया है।

ऑनलाइन फर्जीवाड़े के किस्से तमाम, बचने के नहीं इंतजाम

केस नंबर 1

बैंक अधिकारी बताकर खाते से निकाले रुपये

प्रेमनगर के कानून गोयान निवासी भानू प्रकाश ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर कुछ दिन पहले एक कॉल आई। फोन करने वाले ने एटीएम ब्लॉक होने की बात कही।

झांसा देते हुए एटीएम नंबर और ओटीपी नंबर पूछ लिया। इसके कुछ ही देर बाद उनके खाते से 3 हजार निकाल लिए। उन्होंने एसएसपी से शिकायत की तब मुकदमा दर्ज हुआ।

केस- 2

वेबसाइट पर खरीदा मोबाइल, कैंसिल करने पर भी निकले रुपये

प्रेमनगर के शास्त्रीनगर निवासी मोना मिश्रा ने बताया कि 23 जनवरी को उन्होंने शॉपिंग साइट से मोबाइल फोन बुक कराया था। कुछ देर बाद उन्होंने बुकिंग कैंसिल कर दी।

उसके बाद भी खाते से 6 हजार निकल गए। जब उन्होंने कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल की तो फोन उठाने वाले शख्स ने कहा कि होल्ड पर रहिए आपके खाते में रुपये भेज रहे हैं।

उसने इसी दौरान उनका एटीएम नंबर फिर ओटीपी नंबर पूछा और एक बार में खाते में जमा सारे 16248 रुपये निकाल लिए। उसके बाद से कस्टमर केयर का वह नंबर नहीं उठ रहा है।

केस 3

डेबिट कार्ड चालू करने के नाम पर निकाले रुपये

मीरगंज के लभेड़ा गांव निवासी शिखा का बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में खाता है। शुक्रवार को एक युवक ने बैंक अधिकारी बनकर कॉल की।

उनका डेबिट कार्ड चालू करने के बहाने झांसा दिया और कार्ड नंबर व ओटीपी पूछकर खाते से 6 हजार रुपये पार कर दिए। पीड़ित ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

केस नंबर 4

जूते मंगाए थे, हजारों गवां बैठे

बारादरी के अशोक विहार निवासी प्रदीप कुमार ने 21 जनवरी को क्लब फैक्ट्री वेबसाइट पर 800 में जूता बुक किया।

ऑनलाइन रुपये जमा कर दिए मगर बाद में मैसेज आया कि ओटीपी फेल हो गया है। दोबारा बताने पर फिर खाते से 800 निकल गए।

शिकायत पर कहा गया कि जल्द ही रकम खाते में वापस हो जाएगी। वह बोले कि 26 जनवरी को जूतों की डिलीवरी हो गई लेकिन दोबारा कटे रुपये वापस नहीं मिले।

पीड़ित ने 31 जनवरी को कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया। बात करने वाले शख्स ने उनसे डेबिट कार्ड नंबर पूछा लिया। इसके बाद उनके खाते से एक बार में 33 हजार कट गए।


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