Move to Jagran APP

Bareilly News: शारीरिक अक्षमता को मात देकर शिक्षा का उजियारा फैला रहे मंडल के हजारों शिक्षा

बेसिक शिक्षा विभाग संबद्ध प्राथमिक उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में कई ऐसे शिक्षक भी हैं जो किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं। जहां थोड़ी सी परेशानी होने पर शिक्षक स्कूल में देरी से पहुंचते उन्हें ऐसे दिव्यांग शिक्षकों से सीख लेनी चाहिए

By Vivek BajpaiEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 01:23 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 01:23 PM (IST)
Bareilly News: शारीरिक अक्षमता को मात देकर शिक्षा का उजियारा फैला रहे मंडल के  हजारों शिक्षा
बरेली में ही करीब डेढ़ हजार दिव्‍यांग शिक्षक हैं

बरेली, जेएनएन। मंंडल में तीन हजार से अधिक शिक्षक ऐसे हैं जिनको न तो सुनाई पड़ता न ही वे ठीक से बोल पाते हैं। शारीरिक अक्षमता को मात देकर उन्होंने शिक्षक बनकर अपनी प्रतिबद्धता तो साबित कर दी कि वे दिव्यांगता के सामने झुकेंगे नहीं। शरीरिक अक्षमता के चलते अब ये शिक्षक बाल मन में शिक्षा का संचार कर रहे हैं। इनमें से करीब डेढ़ हजार ऐसे शिक्षक सिर्फ जिले के परिषदीय विद्यालयों में तैनात है।

loksabha election banner

बेसिक शिक्षा विभाग संबद्ध प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में कई ऐसे शिक्षक भी हैं जो किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं। जहां थोड़ी सी परेशानी होने पर शिक्षक स्कूल में देरी से पहुंचते या कोई भी बहाना लेकर जाते ही नहीं हैं उन्हें ऐसे दिव्यांग शिक्षकों से सीख लेनी चाहिए जो समय से स्कूल में पहुंचकर न सिर्फ बच्चों को शिक्षित करते हैं बल्कि अन्य गतिविधियों में भी उन्हें प्रतिभाग कराते हैं। वर्ष 2013 से अब मंडल में दिव्यांगता के आधार पर 3,499 ऐसे शिक्षकों को नियुक्ति हुई जिन्हें कानों से बिल्कुल सुनाई नहीं देता। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक ऐसे शिक्षकों को शुरुआत में बच्चों के साथ समन्वय बैठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन दो-ढाई महीने में बच्चे उनके और वे बच्चों के इशारे समझना शुरू कर देते हैं।

कोरोना काल में ऐसे शिक्षकों ने बनाई कई वीडियो: कोरोना काल में स्कूल बंद होने पर शिक्षकों ने बच्चों को शिक्षा को जारी रखने के लिए अपने स्तर से हर संभव प्रयास किया। एडी बेसिक गिरवर सिंह ने बताया कि ऐसे दिव्यांग शिक्षकों ने बच्चों को शिक्षा को प्रभावित होने से बचाने के लिए सबसे ज्यादा वीडियो बनाकर शिक्षा विभाग के वाट्सएप ग्रुप और अन्य ग्रुप पर अपलोड की।

समय-समय पर दिया जाता है प्रशिक्षण: एडी बेसिक ने बताया कि बच्चों को ऐसे शिक्षकों को बातें, उनके भाव समझने में किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए समय-समय पर उनके लिए प्रशिक्षण शिविर लगवाए जाते हैं। साथ ही कार्यशाला में बच्चों को शामिल कर उनका शिक्षकों के साथ समन्वय भी कराने का प्रयास रहता है।

कहां कितने शिक्षक

जिला    शिक्षकों की संख्या

बरेली 1149

पीलीभीत 540

शाहजहांपुर 800

बदायूं 1010


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.