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फेसबुक पेज पर लगातार एक्टिव देख अलकायदा ने इनामुल से साधा था संपर्क

वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन की पोस्ट पर लगातार लाइक और कमेट कर समर्थन देने लगा। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को इनामुल ने बताया कि पेज पर लगातार एक्टिव रहने से वह जुड़ा रहता था।

By Edited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 02:14 AM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 01:50 PM (IST)
फेसबुक पेज पर लगातार एक्टिव देख अलकायदा ने इनामुल से साधा था संपर्क
फेसबुक पेज पर लगातार एक्टिव देख अलकायदा ने इनामुल से साधा था संपर्क

बरेली, जेएनएन। किला के कटघर में रहकर प्रतिबंधित संगठन अलकायदा के लिए काम करने वाला इनामुल कट्टरपंथी है। इसी वजह से उसका झुकाव आतंकी संगठनों की तरफ हो गया था। करीब दो साल पहले उसने अलकायदा के पेज को पहली बार ज्वाइन किया। इसके बाद वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन की पोस्ट पर लगातार लाइक और कमेट कर समर्थन देने लगा।

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आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को इनामुल ने बताया कि पेज पर लगातार एक्टिव रहने से अलकायदा ने उससे ऑनलाइन संपर्क किया। धीरे-धीरे अलकायदा ने उसे जिम्मेदारी दीं और वह प्रतिबंधित आतंकी संगठन के लिए बतौर एजेट काम करने लगा। ऑनलाइन पढ़ाई से अंग्रेजी कर रहा था मजबूत इनामुल वैसे तो 12वीं फेल था। लेकिन उर्दू पर उसकी अच्छी पकड़ थी। अंग्रेजी भी कामचलाऊ आती थी। अंग्रेजी और मजबूत करने के लिए वह मोबाइल पर एप के जरिए पढ़ाई करता था।

फिलहाल एटीएस इनामुल को रिमाड में लेकर पूछताछ जारी है। एटीएस ने पंद्रह जून को उसे हिरासत में लिया। इनामुल के पास पासपोर्ट है या नहीं अभी तक कि जाच में इनामुल के पास कोई पासपोर्ट नहीं मिला है। हालाकि आतंकवाद निरोधक दस्ता पता कर रहा कि इनामुल ने किसी दूसरे नाम से फर्जी पासपोर्ट तो नहीं बनवा रखा। वहीं, अभी तक की जाच में इनामुल के देश से बाहर जाने की बात भी सामने नहीं आई है। उसकी आíथक स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं मिली। 15 जून को एटीएस ने पकड़ा था

आतंकी कनेक्शन होने के शक में एटीएस ने इनामुल को 15 जून को पकड़ा था। पूछताछ में उसके अलकायदा एजेंट होने की पुष्टि हुई, कई कागजात भी मिले थे। जिसके बाद उसे लखनऊ ले जाया गया। वहा मुकदमा दर्ज करने के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया गया। शुक्रवार को उसकी दस दिन की रिमाड मिल गई। लखनऊ एटीएस उससे पूछताछ कर रही है। शनिवार को भी एटीएस ने उससे पूछताछ की। एटीएस यह पता लगाने में भी जुटी है कि इनामुल का झुकाव आतंक के प्रति कैसे हुआ?


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